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पत्नी पर शक में कर दिया मौत का तांडव, फुटेज में जानें मां-पत्नी और दो बेटियों के हत्यारे टीचर को उम्रकैद

 

राजस्थान के बाड़मेर जिले में हुए दिल दहला देने वाले सामूहिक हत्याकांड में जिला एवं सेशन न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया है। मां, पत्नी और दो मासूम बेटियों की हत्या करने वाले आरोपी शिक्षक को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह फैसला करीब नौ साल बाद आया है। अदालत ने आरोपी को दोषी मानते हुए कहा कि यह अपराध न केवल पारिवारिक विश्वास की हत्या है, बल्कि समाज की अंतरात्मा को झकझोर देने वाला कृत्य है।

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मामले के अनुसार, आरोपी शिक्षक ने पत्नी के चरित्र पर शक के चलते इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया था। जांच में सामने आया कि आरोपी का इरादा शुरुआत में केवल पत्नी की हत्या करने का था, लेकिन बाद में उसने अपनी मां और दो बेटियों को भी मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि उसे लगा कि अगर पत्नी नहीं रहेगी तो मां और बेटियों की देखभाल कौन करेगा, इसलिए उसने पूरे परिवार को खत्म करने का फैसला कर लिया। यह तर्क सुनकर जांच एजेंसियां भी हैरान रह गई थीं।

हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद थाने पहुंचा और अपना जुर्म कबूल कर लिया था। पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया और विस्तृत जांच शुरू की। पूरे केस के दौरान आरोपी की मानसिकता, पारिवारिक पृष्ठभूमि और घटना से जुड़े हालातों की गहन पड़ताल की गई।

करीब नौ साल तक चले इस मुकदमे में अभियोजन पक्ष ने अदालत में मजबूत सबूत पेश किए। पुलिस की ओर से कुल 19 गवाहों को कोर्ट में पेश किया गया, जिनमें चिकित्सक, जांच अधिकारी और अन्य अहम गवाह शामिल थे। इसके अलावा 79 दस्तावेज और 18 आर्टिकल सबूत के तौर पर अदालत में प्रस्तुत किए गए। इन साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने आरोपी को दोषी ठहराया।

जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने फैसले में कहा कि आरोपी का कृत्य अत्यंत क्रूर, अमानवीय और निंदनीय है। पत्नी पर शक के नाम पर पूरे परिवार की हत्या को किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता। अदालत ने माना कि आरोपी ने सोच-समझकर इस वारदात को अंजाम दिया और बाद में पश्चाताप का दिखावा किया।

इस फैसले के बाद मृतक परिवार के रिश्तेदारों ने न्याय मिलने की बात कही, वहीं आरोपी को कड़ी सजा मिलने से समाज में एक सख्त संदेश गया है। यह मामला एक बार फिर यह दर्शाता है कि पारिवारिक शक और अविश्वास किस हद तक इंसान को अमानवीय बना सकता है।