सावित्री मंदिर पर महिला श्रद्धालुओं का सैलाब, पहाड़ी सतरंगी छटा से दमक उठी
पुष्कर सरोवर के पास स्थित रत्नागिरी पहाड़ी की चोटी पर बने जगत पिता ब्रह्मा की धर्मपत्नी एवं सुहागिन दात्री माता सावित्री मंदिर में शनिवार को महिला श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हुआ उत्सव
भोर के समय ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालुओं ने पहाड़ी की चढ़ाई शुरू कर दी। महिला श्रद्धालुओं ने कठिन रास्तों और ऊँचाई के बावजूद भक्ति भाव के साथ मंदिर तक पहुंचने का संकल्प पूरा किया।
मध्यरात्रि तक जारी रहा नजारा
श्रद्धालुओं का यह उत्साह मध्यरात्रि तक जारी रहा। पहाड़ी पर महिला भक्तों की उपस्थिति और उनके भजन-कीर्तन ने पूरे क्षेत्र को सतरंगी छटा से निखरा दिया। हर तरफ रंग-बिरंगे परिधान और दीपों की रोशनी ने पहाड़ी को आध्यात्मिक आभा से भर दिया।
भक्ति और समर्पण का प्रतीक
स्थानीय लोग और पर्यटक बताते हैं कि इस पर्व का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि यह महिला शक्ति, भक्ति और समर्पण का प्रतीक भी है। पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने भी सतर्कता बरती।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
भक्ताओं ने कहा कि सावित्री माता की इस पहाड़ी यात्रा से मन को शांति और आत्मिक ऊर्जा मिलती है। उन्होंने बताया कि इस पर्व में भाग लेने से सौभाग्य और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।