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वीडियो में देखें अजमेर में भडके वकीलों ने जमकर मचाया हुडदंग, पीडब्ल्यूडी अधिकारी को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

 

राजस्थान के अजमेर शहर में शुक्रवार को उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई, जब जिला न्यायालय के बाहर वकीलों के प्रदर्शन के दौरान पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के एक अधिकारी के साथ मारपीट की गई। यह घटना जयपुर रोड पर जिला न्यायालय के बाहर हुई, जहां वकील लंबे समय से सड़क पर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

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जानकारी के अनुसार, वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर जयपुर रोड को दोनों तरफ से जाम कर दिया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। सड़क जाम की सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस का भारी पुलिस बल और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने और जाम खुलवाने के लिए प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी को मौके पर बुलाया, ताकि वकीलों से बातचीत कर समाधान निकाला जा सके।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बातचीत के दौरान अचानक माहौल बिगड़ गया और कई वकील आक्रोशित हो गए। इसी दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने पीडब्ल्यूडी अधिकारी पर हमला कर दिया। अधिकारी को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। यह पूरी घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

हालात बिगड़ते देख पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और पीडब्ल्यूडी अधिकारी को वकीलों के बीच से सुरक्षित बाहर निकाला। अधिकारी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत की जांच की गई। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को संभालते हुए दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की।

इस घटना के बाद कुछ समय तक कोर्ट परिसर और जयपुर रोड क्षेत्र में तनाव बना रहा। सड़क जाम के कारण आम लोगों, वाहन चालकों और कोर्ट आने-जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई वाहन चालक घंटों तक जाम में फंसे रहे।

पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने वकीलों से बातचीत कर उनकी मांगों को सुना। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जिला न्यायालय के बाहर स्पीड ब्रेकर निर्माण की मांग पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और आवश्यक तकनीकी प्रक्रिया के बाद जल्द कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन के इस आश्वासन के बाद करीब ढाई घंटे बाद सड़क से जाम हटाया गया और यातायात बहाल किया गया।

घटना को लेकर प्रशासनिक स्तर पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और वीडियो फुटेज के आधार पर जिम्मेदार लोगों की पहचान की जा रही है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने कोर्ट परिसर के आसपास अतिरिक्त जाप्ता तैनात कर दिया है।

इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था और संयम की आवश्यकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने सभी पक्षों से अपील की है कि अपनी मांगों को शांतिपूर्ण और कानूनी तरीके से रखें, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।