अजमेर में बेटे का फ्री फायर गेम खेलना पडा भारी, वीडियो में देखें ठग को दिए ईमेल आईडी और पासवर्ड, पिता हुए 11 लाख की ठगी का शिकार
अजमेर में एक पिता को बेटे के फ्री फायर गेम खेलने के चक्कर में लाखों की ठगी का सामना करना पड़ा। घटना में ठगों ने बच्चे से दोस्ती कर उसकी मां की मेल आईडी और पासवर्ड हासिल किए और फिर अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए करीब 11 लाख रुपए निकाल लिए।
पीड़ित पिता को इस ठगी का पता तब चला जब पैसों की जरूरत पड़ने पर वह बैंक गए। उन्हें बैंक में जाकर पता चला कि उनकी पत्नी के खाते से बड़ी रकम विड्रॉल की जा चुकी है। इस पर उन्होंने तुरंत एसपी अजमेर से शिकायत की और साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
साइबर थाना के सीओ शमशेर खां ने बताया कि अजय नगर निवासी राजकुमार पुत्र भगवानदास की ओर से शिकायत दी गई। पीड़ित ने बताया कि उनकी पत्नी सिम्मी का बैंक ऑफ़ इंडिया में अकाउंट है। उनका बेटा फ्री फायर गेम खेल रहा था। गेम खेलते समय बच्चे की एक अनजान व्यक्ति से बातचीत हुई। इस बातचीत के दौरान बच्चा उस व्यक्ति के इंस्टाग्राम अकाउंट पर संपर्क में आया।
थोड़ी ही देर में उस व्यक्ति ने अपने ईमेल आईडी और पासवर्ड बेटे को साझा किए। बच्चे ने यह जानकारी अनजाने में मां के मेल अकाउंट तक पहुँचाई। इसके बाद ठगों ने ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए करीब 11 लाख रुपये निकाल लिए।
पीड़ित ने बताया कि रकम निकालने की जानकारी उन्हें तब हुई जब उन्हें बैंक से पैसों की जरूरत पड़ी। इस पूरे मामले से परिवार में डर और सदमा दोनों देखने को मिला। साइबर थाना पुलिस ने बताया कि यह घटना ऑनलाइन ठगी की बढ़ती घटनाओं का उदाहरण है।
साइबर थाना के अनुसार, यह मामला डिजिटल दुनिया में बच्चों के सुरक्षा और अभिभावकों की सतर्कता की आवश्यकता को स्पष्ट करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि माता-पिता को बच्चों के गेमिंग और ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखनी चाहिए। वहीं बच्चों को भी इस बात की जानकारी होना आवश्यक है कि किसी अनजान व्यक्ति से किसी भी प्रकार की निजी जानकारी साझा करना खतरनाक हो सकता है।
साइबर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है और ट्रांजैक्शन के रास्ते ठगों तक पहुँचने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने डिजिटल खातों और पासवर्ड की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें।
अजमेर की यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि ऑनलाइन गेम और सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए। बच्चों के माध्यम से ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और यह परिवारों के लिए गंभीर वित्तीय नुकसान का कारण बन सकते हैं।