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अजमेर में जबरन धर्म परिवर्तन के मामले में वकीलों का दिखा भयंकर गुस्सा, एक्सक्लूसिव फुटेज में देंखे कलेक्टर के सामने लगाए नारे

 

अजमेर में बहला-फुसलाकर और प्रलोभन देकर जबरन धर्म परिवर्तन करने के मामले को लेकर गुरुवार को वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और अन्य वकीलों ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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वकीलों का विरोध और ज्ञापन

वकीलों ने यह ज्ञापन उस घटना के बाद कलेक्टर को सौंपा, जिसमें एक महिला और उसके परिवार को बहला-फुसलाकर और दबाव डालकर धर्म परिवर्तन करवाया गया था। इस मामले में वकील समुदाय ने आरोप लगाया है कि धर्म परिवर्तन के इस प्रकार के मामलों का उद्देश्य समाज में विघटन और सांप्रदायिक तनाव फैलाना है।

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि जबरन धर्म परिवर्तन एक गंभीर अपराध है और इस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। वकीलों ने सरकार से यह अपील की कि ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कानून लागू किया जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

कलेक्टर से कार्रवाई की अपील

जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे मामलों में आरोपी व्यक्तियों को बचाने के बजाय कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए। उनका मानना था कि जबरन धर्म परिवर्तन समाज के लिए खतरे की घंटी है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में यह भी आग्रह किया गया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को पकड़कर सजा दी जाए।

स्थानीय नेताओं और नागरिकों की प्रतिक्रिया

वकीलों के विरोध प्रदर्शन के बाद स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने भी इस घटना की निंदा की। उनका कहना है कि यह घटना धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है और इस प्रकार के मामलों में कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। कुछ नागरिकों ने यह भी कहा कि यदि ऐसे मामलों पर कड़ा कदम नहीं उठाया गया, तो समाज में तनाव बढ़ सकता है।