Agra छावनी में मैन पॉवर की टेंडर प्रक्रिया में गोलमाल
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क पिछले दिनों छावनी परिषद द्वारा क्षेत्र में सफाई के लिए निकाला गया मैन पावर का टेंडर शुरू से ही सवालों के घेरे में हैं. व्यक्ति विशेष को टेंडर देने के लिए प्रक्रिया में गोलमाल की आशंका है. शिकायतों के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा मामले की जांच कराई जा रही है.
छावनी परिषद ने पिछले दिनों क्षेत्र की साफ सफाई सुनिश्चित करने के लिए मैन पावर के लिए टेंडर निकाला था. साथ ही डोर टू डोर एवं खत्ताघर तक कूड़ा पहुंचाने वाली गाड़ियों का टेंडर अलग था. सफाई के दौरान उपयोग होने वाले उपकरण एवं वर्दी आदि छावनी परिषद को ही देनी थी. कुछ कर्मचारियों ने जल्दबाजी दिखाते हुए आचार संहिता के दौरान ही टेंडर की बिड खोल दी थी. आरोप था कि छावनी के कुछ कर्मचारी निजी स्वार्थ के लिए ऐसा कर रहे हैं. जिससे वर्तमान की तुलना में सफाई पर खर्च होने वाला फंड डेढ़ गुना तक बढ़ रहा था.
पूरे प्रकरण की डीजी, पीडी से लेकर रक्षा मंत्रालय तक की शिकायत हुई थी. अब मामले में जांच चल रही है. टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने वाली फर्म्स के कागजात जांचे जा रहे हैं. टेंडर प्रक्रिया की बारीकी से जांच की जा रही है.
संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है. शुरुआती दौर में जांच टीम को कई प्रकार की खामियां मिली हैं. जल्दबाजी में खोली गई बिड के पीछे छावनी के एक कर्मचारी के खिलाफ कई पुख्ता सबूत मिले हैं. वह अपने परिचित की फर्म को ठेका दिलाने की फिराक में था. टीम जल्द कैंटोनमेंट बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी. जानकारों की मानें तो इस टेंडर को निरस्त करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं. जल्द नए स्तर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. वहीं इस मामले में हेराफेरी करने वाले छावनी के दो कर्मचारियों पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है.
जलभराव होने के कारण नहीं पहुंच सकी एंबुलेंस
तहसील किरावली क्षेत्र के गांव बैमन में बारिश का पानी अभी भी भरा है. की रात महिला को प्रसव पीड़ा हुई. बुलाने पर आई एंबुलेंस जलभराव के चलते प्रसूता के घर तक नहीं पहुंच सकी. प्रसूता को ट्रैक्टर-ट्राली से जलभराव से निकाला गया.
गांव में की रात अंजलि पत्नी लव कुश के प्रसव पीड़ा हुई. परिजनों ने एंबुलेंस बुलाई. एंबुलेंस गांव तक आ गयी. जलभराव के चलते आगे नहीं बढ़ सकी. प्रसूता को ट्रैक्टर-ट्राली से गांव से बाहर लाया गया. फिर एंबुलेंस से अकोला सीएचसी पहुंचाया गया.
जगनेर में रस्से के सहारे पार की थी नदी बीते दिनों हुई बारिश में जगनेर क्षेत्र में किवाड़ नदी में उफान आया था. तब देवरी गांव का संपर्क जगनेर से कट गया था. वहां प्रसूता को रस्से के सहारे नदी पार करनी पड़ी थी. नदी पार करने के बाद किनारे पर उसको प्रसव हो गया था.
दो सौ घर जलभराव की चपेट में बारिश बंद होने के बाद भी गांव में पानी भरा है. पूर्व प्रधान धीरेंद्र सिंह चाहर एवं अन्य ग्रामीणों ने जलनिकासी न होने पर आक्रोश जताया है.
आगरा न्यूज़ डेस्क