Agra सेना ने हटवाईं ठेल तो सीईओ से गुहार
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क ग्वालियर रोड किनारे फुटपाथ के पीछे लगने वाली करीब 0 ठेल-ढकेलों को सेना ने हटवा दिया है. सड़क किनारे किसी स्थान पर ठेलें नहीं लगने दी जा रही हैं. आजीविका का साधन उजड़ने से ठेल ढकेल वाले परेशान हैं. छावनी परिषद के सीईओ के साथ उच्चाधिकारियों से रोजगार न उजाड़ने की गुहार लगा रहे हैं.
छावनी क्षेत्र में ग्वालियर हाइवे के किनारे वर्षों से फल आदि की ठेलें लग रही हैं. राहगीरों के साथ आसपास के लोग इनसे खरीदारी करते हैं. लेकिन, जुलाई मध्य से सेना ने इन्हें इस स्थान से हटा दिया है. लिहाजा इन्होंने रोडवेज की आरएम ऑफिस के आस-पास ठेल लगाना शुरू कर दिया. वहां से भी सेना ने हटा दिया है. करीब 0 लोगों का रोजगार बंद हो गया है. गुहार लगाने वालों में मुकेश,नईम, करन, रमाकांत, इकरार आदि थे.
इन वेंडर्स के लिए अच्छी जगह की तलाश की जा रही है. जल्द उन्हें नया स्थान उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वह अपना व्यवसाय कर जीवनयापन कर सकें.
हरीश वर्मा पी, सीईओ छावनी
नियम विरुद्ध बन रहीं दो बहुमंजिला इमारतें सील
दिल्ली में बेसमेंट में पानी भरने से हुई विद्यार्थियों की मौत के बाद एडीए ने भी शहर में बेसमेंटों की जांच शुरू कर दी है. विप्रा की टीम ने कार्रवाई कर दो बहुमंजिला इमारतों को सील कर दिया. दोनों में बेसमेंट का निर्माण नियम विरुद्ध किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि हरीपर्वत-2 जोन में मैसर्स अवनि बिल्डवैल के ध्वज गोयल और कन्हैया गोयल ने कामायनी हास्पिटल के पास खसरा नंबर 1/11 मौजा बाबरपुर में बिल्डिंग का निर्माण किया है. इस इमारत में स्वीकृत मानचित्र के विपरीत बेसमेंट का निर्माण किया गया है. इस पर सीलिंग की कार्रवाई की गई. हरीपर्वत-1 जोन अरविंद गुप्ता द्वारा गांधी नगर में 160 वर्गमीटर भूमि पर पूर्वनिर्मित बेसमेंट सहित तीन मंजिला इमारत में फिनिशिंग चल रही थी. यह बेसमेंट भी नियम विरुद्ध था. इसको भी सील किया है.
आगरा न्यूज़ डेस्क