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क्या भारत पर पाम ऑयल के आयात पर रोक का पड़ा है असर

 

भारत और मलेशिया में चल रहे तनाव के बीच एक बड़ी खबर है। भारत की ओर से कड़ा रुख अपनाने के बाद मलेशिया के तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। बताया जा रहा है कि भारत द्वारा मलेशिया में आयातित रिफाइंड पाम ऑयल पर प्रतिबंध लगाने का असर दिखने लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मलेशिया अब भारत से और ज्यादा चीनी खरीदेगा नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एम एस एम कंपनी भारत से 1.30 लाख टन कच्ची चीनी खरीदेगी कच्ची चीनी का सौदा 356 करोड़ रुपए का होगा।

हालांकि, साल 2019 में भारत से इस कंपनी ने 88 हजार टन कच्ची चीनी खरीदी थी लेकिन, भारत की ओर से आयातित पाम ऑयल पर प्रतिबंध लगाने के बाद मलेशिया का रुख अब नरम पड़ गया है। आपको बता दें कि भारत ने आयातित रिफाइंड पाम ऑयल पर 8 जनवरी 2020 को प्रतिबंध लगा दिया था। मलेशिया से पाम ऑयल खरीदने वाला पिछले 5 साल से भारत सबसे बड़ा आयातक देश है। ऐसे में पाम ऑयल पर प्रतिबंध लगने के बाद मलेशिया को घाटे से जूझना पड़ रहा है।

साल 2019 में मलेशिया से भारत 44 लाख टन पाम ऑयल खरीदा था। हालांकि, दोनों देशों के बीच चल रही तनातनी कब खत्म होगी। इस बारे में कहना अभी जल्दबाजी होगा। दरअसल मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने कश्मीर में धारा 370 हटाने को लेकर भारत के विरोध में बयान दिया था। इसके बाद फिर से नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भारत विरोधी बयान से दोनों देशों के बीच तकरार बढ़ गई थी, तब से भारत मलेशिया से सख्त नाराज हैं। हालांकि, पाम ऑयल पर प्रतिबंध लगने से भारत मे तेल की कीमतें 15 से 20 रूपये मंहगी हो गई है।

भारत और मलेशिया में चल रहे तनाव के बीच एक बड़ी खबर है। भारत की ओर से कड़ा रुख अपनाने के बाद मलेशिया के तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। आयातित रिफाइंड पाम ऑयल पर प्रतिबंध लगाने का असर दिखने लगा है। दरअसल, पिछले 5 साल से भारत पाम ऑयल का सबसे बड़ा आयातक देश है। साल 2019 में मलेशिया से भारत 44 लाख टन पाम ऑयल खरीदा था। क्या भारत पर पाम ऑयल के आयात पर रोक का पड़ा है असर