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मिडिल क्लास को नहीं मिलेगी कोई राहत, नहीं बढ़ाई PPF की ब्याज दरें 

 

बिज़नस न्यूज़ डेस्क,सरकार ने मिडिल क्लास को एक बार फिर से झटका देते हुए स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में इजाफा नहीं किया है. चुनाव के नतीजों के बाद आम लोगों को काफी उम्मीदें थी कि सरकार इस बार पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड की ब्याज दरों में जरूर इजाफा करेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पीपीएफ की ब्याज दरों में 2020 के बाद से कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. आखिरी बार पीपीएफ की ब्याज दरों में अप्रैल से जून तिमाही के लिए बदलाव किया गया था. अब जुलाई से सितंबर 2024 की तिमाही में इन स्कीम्स की वही ब्याज दरें रहेंगी जोकि अप्रैल से जून तिमाही के बीच में रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर निवेशकों को

जारी किया नोटिफिकेशन
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ के साथ सभी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में दूसरी तिमाही के लिए कोई बदलाव नहीं किया. एक जुलाई, 2024 से शुरू होने वाली तिमाही के लिए सभी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों को यथावत रखा गया है. वित्त मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (एक जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक) के लिए स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरें पहली तिमाही (एक मार्च से 30 जून 2024 तक) के लिए अधिसूचित दरों के समान ही रहेंगी.

कितना मिलेगा ब्याज?
नोटिफिकेशन के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर दर 7.1 प्रतिशत रहेगी. पीपीएफ और डाकघर बचत जमा योजना की ब्याज दरें भी क्रमश: 7.1 प्रतिशत और चार प्रतिशत पर बनी रहेंगी. किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत होगी तथा यह निवेश 115 महीनों में परिपक्व होगा. जुलाई-सितंबर 2024 की अवधि के लिए राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत रहेगी. सितंबर तिमाही में भी डाकघर मासिक आय योजना के निवेशकों को पहले की तरह 7.4 प्रतिशत ब्याज देगी. सरकार हर तिमाही में डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को अधिसूचित करती है.

आम निवेशकों को थी आस
जो निवेशक शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेशक ना कर सरकारी स्कीमों में निवेश जैसे पीपीएफ, सुकन्या, केवीपी जैसी योजनाओं में निवेश करते हैं, उन्होंने इस बार सरकार से काफी उम्मीदें थी. खासकर पीपीएफ की ब्याज दरों में बीते 4 साल से कोई इजाफा नहीं हुआ है. आखिरी बार बदलाव अप्रैल से जून 2020 की तिमाही में देखने को मिला था. उस समय स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में 0.40 फीसदी से लेकर 1.50 फीसदी तक का इजाफा किया था. जानकारों की मानें तो अक्टूबर से दिसंबर के बीच की तिमाही में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है.