×

Post-Covid : भारत में Energy Trends में दिखेगी तेजी : Dharmendra Pradhan

 

तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार, भारत में अगले तीन दशकों में वैश्विक ऊर्जा की मांग में एक तिहाई से अधिक की बढ़ोतरी होने की उम्मीदें देखी जा रहीं हैं और कोविद के बाद से ही दुनिया भर में ऊर्जा का रुझान तेजी से बना हुआ है जहाँ पर संभावित रूप से इसे परिभाषित किया जाएगा। हाल के समय में जरूरी यह है कि वर्तमान में ऊर्जा की चुनौतियों को संभालने के लिए खुद को अच्छी स्थिति में लेकर आना अनिवार्य दिख रहा है।

साथ ही साथ भारत में ऊर्जा के तीसरे सबसे बड़े उपभोक्ता के रूप में न केवल यह अधिक प्रभावित हुआ है, बल्कि वैश्विक ऊर्जा के रुझान को कैसे सामने लाया जाए। इसमें नागरिकों की आवश्यकता के लिए “सुरक्षित, स्वच्छ और उत्तरदायी के रूप में ऊर्जा पर्यावरण-प्रणाली के पुनर्निर्माण की आवश्यकता को देख रहा है।

सरकार ऊर्जा दक्षता के माध्यम से ऊर्जा के अन्य रूपों और मांग-प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए तेल की आपूर्ति को सुनिश्चित करने से ऊर्जा में सुरक्षा के प्रति अपने दृष्टिकोण को व्यापक दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है। भारत का ऊर्जा क्षेत्र इस परिवर्तन को शक्ति प्रदान करने में सक्षम है क्योंकि इसने महामारी के चलते अधिक बदलाव देखे हैं ।

महामारी के प्रारंभिक चरणों में महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित होने के बाद भी भारत की ऊर्जा कंपनियां अपेक्षाकृत कारोबार में बढ़त की उम्मीदें कर रहीं है। आत्मनिर्भर भारत को अपनाते हुए ईंधन की मांग अप्रैल और मई में आधी से अधिक हो गई है, कोरोना संक्रमण के प्रसार की जांच को पूरा करने के लिए सभी मुमकिन प्रयास किया जाने वाला है।

सितंबर के पहले पूर्व कोविद के स्तर में मांग में काफी बढ़त दिख रहीं है, डीजल की खपत सिर्फ 6% ही कम हुई है। हालाँकि, जेट ईंधन की बिक्री अभी भी प्री-लॉकडाउन के स्तर के लगभग 40% पर है। वहीं दूसरी तरफ ऊर्जा सुरक्षा के लिए हमारी खोज सामर्थ्य और स्वीकार्यता के ढांचे के तहत काम को तेज करेगी। जो सभी वर्गों और क्षेत्रों को सस्ती कीमत पर ऊर्जा में कार्य को जारी करें हुए है ।