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कोरोना वायरस! भारत में 40% महंगी हो गई रोजमर्रा की ये दवाएं

 

चीन में फैले कोरोना वायरस का असर भारत की कई रोजमर्रा चीजों पर देखने को मिल रहा है। चीन में सबसे अधिका दवाइयां और मोबाइल बनते हैं। ऐसे में चीन से 80 प्रतिशत दवा का कच्चा माल भारत आयात करता है। दुनिया में भारत तीसरा दवा निर्माता देश है। कोरोना वायरस के खतरे के कारण अब भारत के सामने दवा उद्योग को लेकर संकट खड़ा हो गया है।

एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चीन में कोरोना के कहर के चलते सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले पेरासिटामोल की कीमतें भारत में 40 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। इसके अतिरिक्त कई तरह के बैक्टीरियल संक्रमणों के इलाज के लिए उपयोग में आन वाली एंटीवायोटिक, एंजिथ्रोमाइसिन की दरों में 70 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई है। यदि कोरोना पर कंट्रोल नहीं किया जा सका तो अप्रैल से फार्मा इंडस्ट्री को दवा की कमी से जूझना पड़ सकता है।

चीन में अब तक 1800 लोगों की मौत होने का आंकड़ा सामने आ चुका है, जबकि इस वायरस से 70 हजार लोग संक्रमित पाए गए हैं। वुहान शहर से कोरोना का खतरा दुनिया के 29 देशों में फैल चुका है। ऐसे में चीन के साथ-साथ दुनिया के कई देशों के सामने भी संकट प सरा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहले ही इमर्जेंसी घोषित कर दी थी। स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो कोरोना वायरस को रोकना बड़ी दुनिया के सामने बड़ी चुनौती बन गई है। चीन से बाहर 22 देशों में कोरोना वायरस के कई मामलों की पुष्टी हो चुकी है। इनमें जापान, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, थाईलेंड, भारत और दक्षिण कोरिया सहित कई देश शामिल हैं।

चीन में फैले कोरोना वायरस का असर भारत की कई रोजमर्रा की चीजों पर देखने को मिल रहा है। चीन में सबसे अधिक दवाइयां और मोबाइल बनते हैं। ऐसे में चीन से 80 प्रतिशत दवा का कच्चा माल भारत आयात करता है। कोरोना के खतरे से उपजे हालातों के मद्देनजर अब भारत के सामने दवा उद्योग को लेकर संकट खड़ा हो गया है। कोरोना वायरस! भारत में 40% महंगी हो गई रोजमर्रा की ये दवाएं