स्मार्ट सिटी मिशन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के आठ शहरों को दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए ई-चार्जिंग सुविधा की स्थापना के लिए इन्हें चिन्हित कर दिया गया है। जिसमें की हालिया प्रस्ताव के अनुसार, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के तहत ई-चार्ज की सुविधा लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, सहारनपुर, बरेली और झांसी में एक साथ शुरू की जाने वाली है ।
प्रयागराज में राज्य सरकार ने नए यमुना पुल के तहत 6,000 मीटर वर्ग के क्षेत्र पर बस चार्जिंग स्टेशन के साथ-साथ एक नई ई-चार्जिंग सुविधा विकसित करने की भी योजना पर भी अपने विचार रखे है। यह नई सुविधा में 25 बसों के लिए ई-चार्ज की सुविधा को उपलब्ध करवाने वाली है। बढ़े स्तर पर इलेक्ट्रिक बसों की अगले साल तक सेवाएं शुरू होने की छवि दिख रही है। आपकों पहले ही बतादें की प्रयागराज में 25 स्लो चार्जिंग स्टेशन होने वाले है ।
वरिष्ठ यूपी स्टेट रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ( यूपीएसआरटीसी ), आधिकारिक टीकेएस बिसेन ने अपने बयान में कहा की , “हमने जमीन का सर्वे कर लिया है और सरकार से जमीन का हस्तांतरण होते ही चार्जिंग स्टेशन का निर्माण शुरू हो जाएगा। साथ ही हम इलेक्ट्रिक बसों का अधिग्रहण भी करने वाले है और साथ ही यात्री आसानी से इसका उपयोग कर सकते हैं। ”
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन गतिशीलता की इस पहल को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को राज्य नोडल एजेंसी के रूप में चुना है। हालाकी केंद्र सरकार की योजना देश भर के 45 शहरों में इलेक्ट्रिक वाहन स्टेशनों के लिए 1,000 से अधिक चार्जिंग प्वाइंट स्थापित करने की सोच को अपनाया गया है और इसमें आठ यूपी के शहर जोड़े गए हैं।
आपकों बतादें की लखनऊ को छोड़कर यूपी के अन्य सभी सात शहरों में केवल दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए धीमी गति से चार्ज करने वाले चार्जिंग स्टेशन होंगे। वहीं दूसरी तरफ वाराणसी और कानपुर में 25 ऐसे स्टेशन होंने वाले हैं। लखनऊ में 10 धीमी चार्जिंग और 27 फास्ट चार्जिंग स्टेशन को उपलब्ध करवाया जाएगा।