कोरोना प्रभावित लॉकडाउन और सुरक्षा सावधानियों ने हम सभी को अपने घरों में सीमित रहने के लिए मजबूर किया था।जबकि वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग जिम और पार्कों में जाने से भी चूके है, जिसमें बहुत से लोगों के लिए लॉकडाउन उनके फिटनेस कौशल को सुधारने का एक अच्छा मौका बन गया था । Google Trends के से पता चला है कि साइकलिंग और होम वर्कआउट के लिए लॉकडाउन में कई सारे प्रश्नों के ट्रैफ़िक को प्राप्त किया गया है।
जैसा की हम जानते ही है साइक्लिंग वास्तव में आपके शरीर को टोन करने और शक्ति प्रदान करने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक माना जाता है। जिसमें की यह दिल की दर के बढ़ने से वजन को घटाने को बढ़ावा देने और साथ ही साथ कम मुद्रा के सही इस्तेमाल से नियमित रूप से साइकिल चलाना शुरू करते हैं तो मानसिक और साथ ही शारीरिक और भी बहुत सारे लाभों को देखा जा रहा हैं।
इसी बात का एक अनोखा उदाहरण देते हुए पंजाब के ज़ीरकपुर के 40 वर्षीय बढ़ई जिसे धनी राम सग्गू नाम से जाना जाता है। उनका कहना है की वह बचपन से ही अपनी खुदकी बनाई हुई साइकिल चाहते थे। उनका कहना है की वित्तीय समस्याओं ने उनके लिए साइकिल को खरीदना बेहद मुश्किल कर दिया था। जिसके बाद से लॉकडाउन में सग्गू ने मामलों को अपने हाथों में लेकर अपने लिए साइकिल बना डाली जो की लकड़ी से बने होंने के साथ से पर्यावरण के अनुकूल भी रहीं है ।
सग्गू के जुनून ने काफी सुर्खियों का सामना किया है जिससे उसे कनाडा और दक्षिण अफ्रीका से ऑर्डर भी प्राप्त होंने लगे हैं। हाल ही में सग्गू ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन में अपनी आजीविका को खो दिया था। फिट रहने और कुछ नया सीखने के लिए दृढ़ संकल्प ने ही उन्हें आज यह साइकिल बनाने के फैसले को पूरा किया है।