भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा यह आश्वासन दिया गया है की उद्योगों के लिए केंद्रीय बैंक यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार है की सभी आवश्यक उपाय कर इसकी प्रणाली और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने वाले है । हालही में इसके अन्तर्गरत लगाए गए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 23.9 प्रतिशत पहुँच गई है।
उद्योग निकाय के द्वारा आयोजित की गई जिसमें की सम्मेलन को संबोधित करते हुए दास ने आगे अपने बयान में यह कहा है की सरकार द्वारा जारी की गई सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के डेटा पर कोरोना के कारण लगे गए प्रतिबंधों पर चर्चा की गई है। सरकार द्वारा आर्थिक सुधार अभी पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ है और साथ ही आरबीआई गवर्नर के द्वारा यह भी कहा गया है कि रिकवरी की धीरे-धीरे होने की संभावना बन रहीं है।
हालांकि कुछ क्षेत्रों में जून और जुलाई में अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के बढ़ते संक्रमणों का सामना किया जाने वाला है। साथ ही साथ सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने और साथ ही जांच को पूरा करने के लिए मार्च के अंत में लगे लॉकडाउन के कारण अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जीडीपी में 23 प्रतिशत का अंतर उत्पन्न हुआ है।
आगे दास के द्वारा यह कहा गया है की केंद्रीय बैंक द्वारा तरलता की स्थिति को कम करने और साथ ही महामारी से प्रभावित व्यवसायों को धन उपलब्ध कराने और साथ ही लॉकडाउन के बारे में भी बात की है।राज्यपाल के द्वारा उद्योग को आश्वासन दिया गया है कि आरबीआई , उद्योग और व्यवसायों को कोरोना से प्रेरित संकट से बाहर आने में मदद करने वाली है ।