सावन में शिवलिंग पर नाग नागिन का जोड़ा चढ़ाने से क्या होता है? जानिए इसके लाभ
सावन या श्रावण मास में शिव भक्त भगवान शिव की आराधना में लीन रहते हैं। शिवजी के कई पवित्र प्रतीक हैं, जिनमें सर्प भी शामिल है, जिसे वे अपने गले में आभूषण के रूप में धारण करते हैं।
सावन मास में शिवलिंग पर चांदी के नागों का जोड़ा चढ़ाना अत्यंत शुभ होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इससे दैवीय कृपा, सुरक्षा और कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसीलिए लोग सावन मास में चांदी के नाग भी खरीदते हैं।
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, सावन मास में शिवलिंग पर चांदी के नागों का जोड़ा चढ़ाने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही, इस उपाय से ग्रह दोष भी दूर होते हैं।
वैसे तो आप सावन में किसी भी दिन शिवलिंग पर चांदी के नाग चढ़ा सकते हैं। लेकिन सावन सोमवार, शिवरात्रि या नाग पंचमी जैसे विशेष दिनों पर चढ़ाना अधिक शुभ होता है। आप चाहें तो इसे मंदिर में छोड़ सकते हैं या पूजा के बाद घर लाकर तिजोरी या पूजा स्थल में स्थापित कर सकते हैं।
सबसे पहले शिवलिंग का जल, दूध, दही, घी या शहद से अभिषेक करें। इसके बाद धीरे-धीरे नाग-नागिन के जोड़े को शिवलिंग पर स्थापित करें।
शिवलिंग पर चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाते समय, "ॐ नमः शिवाय" या "ॐ नागेन्द्रहाराय नमः" मंत्र का कम से कम 11 बार या एक माला जाप करें।