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अगर नहीं लगता बच्चे का मन पढ़ाई में तो ध्यान दे इन बातों का

 

जयपुर। कई बार ऐसा होता है कि घर में माता पिता अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए काफी दबाव देते है जिससे बच्चें धीरे धीरे तनाव में जाने लगते हैं व पढ़ाई से घबराने लगते हैं। ऐसे में कुछ समय बाद बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता और वह अवसाद की स्थिति में चला जाता है। इस स्थिति में बच्चा खेलने में भी रुचि नहीं लेता ना ही कुछ करता है। बस अंदर ही अंदर घुटता रहता है। इन सबका अलग अलग कारण होता है। इसका एक कारण घर का वास्तु दोष भी होता है। इसलिए आज हम इस लेख में वास्तु के कुछ आसान से उपाय बता रहें हैं जिन उपायों को करने से बच्चा तनाव से बाहर निकलेगा साथ ही उसका मन पढ़ाई में लगेगा।

  • घर में बच्चों के कमरे को वास्तु के अनुकूल बनाए, जिससे बच्चे का मन पढाई में लगें, साथ ही बच्चों के कमरे की सजावट भी वास्तु के अनुकूल करें, जिससे बच्चे निरोगी रहते हैं।
  • बच्चों के कमरे में प्राकृतिक रोशनी का आना भी जरुरी है, इसकी भी पूरी व्यवस्था होनी चाहिए।

  • पढ़ाई की टेबल हमेशा साफ होनी चाहिए इसमें धूल जमी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही बच्चों के कमरे में दौड़ते हुए घोड़े की तस्वीर जरुर लगाए जो करियर को आगे बढाने में मदद करती है।
  • बच्चों के कमरे में एक हरे रंग के तोते का चित्र उत्तर दिशा में लगाएं, जिससे बच्चों में पढ़ाई और खेलकूद दोने के प्रति रुचि बढ़ने लगेती है।

  • बच्चों का बेड ना ज्यादा ऊचा रखें ना ही कम नीचा सिरहाना पूर्व दिशा की ओर रखें।
  • पढ़ाई करते समय बच्चे का मुंह हमेशा पूर्व दिशा की ओर पीठ पश्चिम दिशा की ओर होनी चाहिए, जिससे पढा हुआ याद होता है।

घर में बच्चों के कमरे को वास्तु के अनुकूल बनाए, जिससे बच्चे का मन पढाई में लगें, साथ ही बच्चों के कमरे की सजावट भी वास्तु के अनुकूल करें, जिससे बच्चे निरोगी रहते हैं। बच्चों के कमरे में प्राकृतिक रोशनी का आना भी जरुरी है, इसकी भी पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। पढ़ाई की टेबल हमेशा साफ होनी चाहिए इसमें धूल जमी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही बच्चों के कमरे में दौड़ते हुए घोड़े की तस्वीर जरुर लगाए जो करियर को आगे बढाने में मदद करती है। अगर नहीं लगता बच्चे का मन पढ़ाई में तो ध्यान दे इन बातों का