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अपने लिविंग रूम में जरूर आजमाएं ये वास्तु टिप्स

 

व्यक्ति के जीवन में वास्तुशास्त्र का विशेष महत्व होता हैं। किसी भी घर में शयन कक्ष सबसे महत्वपूर्ण स्थान माना जाता हैं क्योंकि घर में सबसे अधिक वक्त लोग यही पर गुजारते हैं और शयन कक्ष में सब कुछ सामान्य और आनंदपूर्ण हैं तो जीवन के दूसरे क्षेत्रों पर अनुकूल प्रभाव पड़ता हैं। वही वास्तु विज्ञान में बताया गया हैं कि हर व्यक्ति को चाहे उनकी शादी के कई साल बीत गए हो या नई नई शादी हुई हो उन्हें वैवाहिक जीवन में प्रेम और आपसी तालमेल बनाए रखने के लिए शयन कक्ष में इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

शयन कक्ष में पति पत्नी के रिश्ते में नजदीकी और प्यार के लिए सबसे जरूरी हैं उनका बिस्तर, वास्तु विज्ञान के मुताबिक पति पत्नी को अपना बिस्तर घर में उत्तर या उत्तर पूर्व की ओर रखना चाहिए। इससे प्यार में एक दूसरे का सहयोग और संतुष्टि प्राप्त होता हैं नवविवाहित लोगो के लिए तो यह दिशा बहुत ही शुभ मानी जाती हैं।

अगर ऐसा करना संभव नहीं हैं तो दक्षिा पश्चिम में भी अपना बिस्तर रख सकते हैं इस दिशा में बिस्तर पति पत्नी के रिश्ते में प्यार को लंबे वक्त तक बनाए रखने में सहायक होता हैं। घर में मौजूद कई चीजें आपके प्यार में बाधक बन जाती हैं इसलिए वास्तु विज्ञान कहता हैं कि शयन कक्ष में बिजली के उपकरण जैसे टेलीविजन, कंप्यूटर, लैपटॉप नहीं रखना चाहिए। ये रिश्ते में कड़वाहट लाते हैं।

वही कई लोग अपने शयन कक्ष को भगवान की तस्वीर या मूर्तियों से सजाते हैं कई लोग तो अपने पूर्वजों की तस्वीरें भी शयन कक्ष में सजा लेते हैं वास्तु विज्ञान के मुताबिक शयन कक्ष में ऐसी तस्वीरें और मूर्तियां वैवाहिक जीवन के प्यार में बाधक बन जाते हैं और संबंध में दूरियां बढ़ने लगती हैं।

 

किसी भी घर में शयन कक्ष सबसे महत्वपूर्ण स्थान माना जाता हैं क्योंकि घर में सबसे अधिक वक्त लोग यही पर गुजारते हैं और शयन कक्ष में सब कुछ सामान्य और आनंदपूर्ण हैं तो जीवन के दूसरे क्षेत्रों पर अनुकूल प्रभाव पड़ता हैं। वही वास्तु विज्ञान में बताया गया हैं कि वैवाहिक जीवन में प्रेम और आपसी तालमेल बनाए रखने के लिए शयन कक्ष में इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अपने लिविंग रूम में जरूर आजमाएं ये वास्तु टिप्स