इस दिशा में सिर करके सोने से घेर लेंगी अनेकों बीमारियां, जल्द हो सकती है मृत्यु
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में अहम भूमिका अदा करता है इसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर एक चीज़ को लेकर नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना लाभकारी होता है लेकिन अनदेखी समस्याओं को पैदा कर सकती है
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की गलत दिशा में बेड रखने और उस पर सोने से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है साथ ही सदस्यों का जीवन भी बर्बाद हो सकता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा वास्तु से जुड़े सही नियम बता रहे हैं जिनका पालन लाभकारी साबित होगा तो आइए जानते हैं।
किस दिशा में रखें बेड—
वास्तुशास्त्र के अनुसार बेड कभी भी दीवार से सटा हुआ नहीं होना चाहिए इसके बजाय दीवार से कम से कम 6 इंच के गैप जरूर रखें। इसके अलावा अगर आपके कमरे का आकार ठीक है तो कोशिश करें कि वह कमरे के बीचोंबीच होना चाहिए। ऐसा करने से कमरे में सकारात्मकता बनी रहती है और प्रेम संबंध भी अच्छे होते हैं। वास्तु की मानें तो घर में बेडरूम में आपका बेड हमेशा ही दक्षिण पश्चिम दिशा में रखना होना चाहिए।
कमरे में बेड इस तरह रखें कि आपके पैर उत्तर दिशा में और सिराहना दक्षिण दिशा में हो। लेकिन भूलकर भी कभी दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए क्योंकि इस दिशा को पितरों और मृत्यु के देवता की दिशा मानी गई हैं ऐसा करने से पितृदोष लग सकता है साथ ही साथ यमराज के भी दर्शन शीघ्र करने पड़ते हैं क्योंकि इस दिशा में सोने वाला व्यक्ति अधिकतर बीमार रहने लगता है। वास्तु अनुसार रात को सोते समय सिर दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना शुभ होता है लेकिन कभी भी सिर उत्तर दिशा में नहीं होना चाहिए। इससे नींद में बाधा आती है और नकारात्मकता का प्रभाव जीवन पर पड़ता है।