×

भगवान शिव को अतिप्रिय हैं महाशिवरात्रि का पर्व

 

महाशिवरात्रि का दिन शिव भक्तों के लिए विशेष दिन होता हैं इस दिन शिव भक्त पूरे विधि विधान के साथ भोलेनाथ की उपासना आराधना करते हैं वही भगवान शिव, भोले भंडारी हैं शिव को सरलता से प्रसन्न किया जा सकता हैं उनकी कृपा से दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदला जा सकता हैं वही फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आने वाली महाशिवरात्रि शिव को अति प्रिय होती हैं चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव हैं इस दिन शंकर की आराधना से सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं वही ऐसा भी माना जाता हैं। कि इसी दिन शिव अर्धरात्रि में भगवान ब्रह्मा के अंश से प्रकट हुए थे। यह भी मान्यता हैं कि इसी दिन शिव का गौरा से विवाह हुआ था।

बता दें कि महाशिवरात्रि पर गरीबों को भोजन करना चाहिए। इससे आपके घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होगी। इस दिन अपने घर में डमरू को रखें ऐसा करने से घर में नकारात्मकता प्रवेश नहीं कर पाएंगी। अगर बच्चा पढ़ाई में कमजोर हैं तो डमरू को उसके कमरे में रख सकते हैं। महाशिवरात्रि के दिन अपने घर को साफ सुथरा करें। इससे दरिद्रता दूर हो जाती हैं शिव की शिवरात्रि के दिन धर के हर कोने में नमक का पानी छिड़कें। घर के मुख्य द्वार पर लाल सिंदूर से स्वास्तिक बनाएं और दोनों ओर शुभ लाभ अवश्य ही लिखें। इस पर्व पर काले वस्त्रों को भूलकर भी धारण नहीं किया जाता हैं इस दिन शिव परिवार का चित्र घर में लगा सकते हैं। महामृत्युंजय मंत्र का आज के दिन जाप करें।

भगवान शिव, भोले भंडारी हैं शिव को सरलता से प्रसन्न किया जा सकता हैं उनकी कृपा से दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदला जा सकता हैं वही फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आने वाली महाशिवरात्रि शिव को अति प्रिय होती हैं चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव हैं इस दिन शंकर की आराधना से सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं। भगवान शिव को अतिप्रिय हैं महाशिवरात्रि का पर्व