×

इन कहावतों से जानिए कैसा होना चाहिए आपका घर

 

हर व्यक्ति के जीवन में वास्तुशास्त्र का विशेष महत्व होता हैं वही हमारे बड़े बुजुर्गों ने बहुत ही सोच समझकर वास्तु की कुछ बातों को कहावत में बदला हैं इन कहावतों में घर की बनावट से लेकर परिवार के लोगों की आदतों के बारे में भी बताया गया हैं। वही जिन घरों में इन बातों का ध्यान रखा जाता हैं वहा पर वास्तुदोष नहीं होते हैं ऐसे घरों में ना केवल धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता हैं बल्कि इससे सकारात्मक शक्ति भी आती हैं तो आइए जानते हैं वास्तु से जुड़ी उन कहावतों के बारे में जिससे घर के वास्तुदोष दूर हो सकते हैं।

गज जेहि हारै झूंड उठावैं। सकल शगुन अस बात जतावै।
इसका अर्थ हैं— जिस घर में रोज पूरा परिवार गणपति की पूजा करके दिन की शुरूआत करता हैं उसके सभी कार्य सफल होते हैं ऐसे में आप भी अपने स्नान करने के बाद पहले गणेश जी की पूजा करें और फिर बाकी सभी कार्य शुरू करें।

जाकै पूरब पीपल होवे। सो लक्ष्मी पर लक्ष्मी खोवे।
इसका अर्थ हैं— वास्तु के मुताबिक, पीपल का पेड़ पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए। इससे घर में लगातार धन की हानि होती रहती हैं।

सिंह मुखी जो रहने जावै। तन, धन आपन सकल गंवावै।
इसका अर्थ हैं—वास्तु के मुताबिक घर सिंह यानि शेरमुखी नही होना चाहिए। इससे ना केवल घर के सदस्यों में नकारात्मकता आती हैं बल्कि यह आर्थिक हानि का भी कारण बनता हैं साथ ही साथ इस तरह के घर में रहने से परिवार के लोग अक्सर ही बीमार रहते हैं।

जिस घर में रोज पूरा परिवार गणपति की पूजा करके दिन की शुरूआत करता हैं उसके सभी कार्य सफल होते हैं ऐसे में आप भी अपने स्नान करने के बाद पहले गणेश जी की पूजा करें और फिर बाकी सभी कार्य शुरू करें। वास्तु के मुताबिक, पीपल का पेड़ पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए। इससे घर में लगातार धन की हानि होती रहती हैं। घर सिंह यानि शेरमुखी नही होना चाहिए। इससे ना केवल घर के सदस्यों में नकारात्मकता आती हैं बल्कि यह आर्थिक हानि का भी कारण बनता हैं इन कहावतों से जानिए कैसा होना चाहिए आपका घर