व्यक्ति का घर केवल उसके लिए एक मकान ही नहीं होता हैं बल्कि एक ऐसा भी स्थान होता हैं जहां पर पहुंच जाने से आपकी सभी परेशानियां और थकान दूर हो जाता हैं। वही कई बार कुछ ऐसे भी मकान होते हैं जो हमारे लिए शुभ और अशुभ दोनो ही तरह का प्रभाव छोड़ते हैं। वही आपको बता दें,कि मकान में वास्तुशास्त्र का विशेष महत्व होता हैं शुभता और अशुभता के पीछे दिशाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। क्योंकि हिंदू धर्म में प्रत्येक दिशा का अपना स्वामी होता हैं। वही प्रत्येक दिशाओं का ग्रह और उसके देवता होते हैं। वही अगर जिस घर में शुभ दिशा और ग्रह के हिसाब से मकान नहीं होने पर व्यक्ति को अपने घर में ही खुद भय लगने लगता हैं। वही वास्तुदोषो की वजह से ही उस घर में रहने वाले व्यक्ति कई तरह की समस्या और परेशानियों से तो घिरे ही रहते हैं वही साथ ही साथ उनके जीवन में रोग, तनाव, कलह और कर्ज के साथ साथ आर्थिक परेशानी भी जीवन में लगी रहती हैं वही जिस घर में वास्तुदोष होता हैं वहा पर कोई भी सफलता नहीं हो पाता हैं। आपको बता दें,कि पूर्व दिशा के स्वामी सूर्यदेव माने जाते हैं। इस दिशा के देवता इंद्र हैं और पूर्व दिशा में मकान होने से सूर्यदेव स्वास्थ्य और तेजस्विता प्रदान करते हैं। वही अगर आपका मकान पूर्वोत्तरमुखी है,तो ऐसे घर में रहने वाले व्यक्तियों को महत्वाकांक्षी,सत्वगुणो से भरपूर माना जाता हैं वही चेहरे पर तेज और समाज में मान सम्मान भी इन जातको को अवश्य ही प्राप्त होता हैं।