पूजा पाठ: जब भी कोई परेशानी आयें तो करें इस मंत्र के साथ भगवान सूर्य की पूजा
व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख दोनो ही आते हैं वही किसी भी तरह की परेशानी हो तो कई सारे ज्योतिष इस बात की सलाह देते हैं कि सूर्य भगवान को जल अर्पित करें, जिससे परेशानियां दूर हो जाती हैं वही सूर्य पूजा का महत्व भविष्य पुराण के ब्राह्म पूर्व में भगवान श्री कृष्ण ने सांब को बताया था। बता दें कि सांब श्री कृष्ण के पुत्र थे। श्री कृष्ण के मुताबिक सूर्य एक ऐसे देवता हैं जिन्हें प्रत्यख रूप से देखा जा सकता हैं जो भी उनकी पूजा सच्चे मन से करता हैं उनकी हर इच्छा पूरी होती हैं। वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भविष्य पुराण में भगवान श्री कृष्ण ने सूर्य पूजा करने का क्या उपाय बताया था। तो आइए जानते हैं।
बता दें, कि सुबह नहाने के बाद भगवान सूर्य को तांबे के लोटे में जल भरकर, इसमें चावल और पुष्प डालें फिर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें। जल अर्पित करने के बाद सूर्य मंत्र ऊं खखोल्काय स्वाहा का जाप करें इस जाप को करने से शक्ति, बुद्धि, स्वास्थ्य बेहतर होता हैं। वही भगवान सूर्य की अराधना करने के बाद धूप, दीप से सूर्य देव का पूजन करें। इसके बाद सूर्य से संबंधित चीजें जैसे तांबे का बर्तन पीले या लाल वस्त्र, गेंहूं, गुड़ माणिक्य, लाल चंदन का दान करें