घर या दफ्तर में रखें क्रिस्टल का कछुआ, धन-दौलत में होगी वृद्धि
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म शास्त्रों में कछुआ को श्री विष्णु अवतार माना गया हैं यह विष्णु के दस अवतार में शामिल हैं दूसरे अवतार के रूप में कछुआ समुद्र मंथन से निकला था। मान्यता है कि भगवान विष्णु कच्छप अवतार में आकर मंदार पर्वत को अपनी पीठ पर थामा था। इसलिए आज भी इसकी पूजा की जाती है
इसके अलावा वास्तु शास्त्र में भी कछुआ को शुभ माना गया हैं वास्तु के अनुसार किसी धातु का कछुआ घर में रखना शुभ होता हैं क्रिस्टल का कछुआ घर या दफ्तर में रखने से वास्तुदोष दूर होते हैं तो आज हम आपको क्रिस्टल का कछुआ घर या दफ्तर में किस तरह रखना शुभ होता हैं इसके बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
क्रिस्टल का कछुआ सिरहाने के पास सोने से नीदं न आने की समस्या दूर होती हैं। घर के मंदिर में पीले रंग के वस्त्र में अगर क्रिस्टल कछुआ रखने से शुभता आती हैं धन लाभ के लिए क्रिस्टल के कछुए को तिजोरी में रखना चाहिए। घर परिवार में सुख शांति रखने के लिए मुख्य कमरे में इसे रखें। वास्तु अनुसार कछुए को उत्तर दिशा में रखने से धन में वृद्धि होती हैं इसके अलावा शत्रुओं से भी छुटकारा मिलता हैं। दफ्तर में मेज पर क्रिस्टल का कछुआ रखने से आर्थिक उन्नति होती हैं साथ ही रुके हुए काम पूरे होते हैं। स्फटिक धातु और कछुआ दोनों लक्ष्मी जी को प्रिय हैं इसलिए वास्तु का जानकार इसे घर में रखने की सलाह देते हैं क्योंकि ऐसा करने से घर धन का अभाव नहीं रहता हैं।
स्फटिक कछुए को अच्छे परिणाम पाने के लिए घर या दफ्तर के मुख्य दरवाजे पर या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। वास्तु अनुसार मिट्टी के कछुए को घर या दफ्तर पूरब उत्तर या दक्षिण पश्चिम दिशा में रखना चाहिए इस दिशा में यह सबके शुभ परिणाम देता हैं अगर कछुआ लकड़ी का है, तो इसे पूरब या दक्षिण पूरब में रखना शुभ होता हैं।