भारतीय वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में विशेष महत्व रखता हैं वही वास्तु में दिशाएं खास मानी जाती हैं जिस तरह सही दिशा में काम करने से व्यक्ति के भाग्य बनता है ठीक उसी तरह अगर वास्तु अनुसार सही दिशा में घर ना बनाया जाए या दिशा का सही तरह उपयोग ना किया जाए तो घर की सुख शांति बिगड़ जाती हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे है कि किस दिशा में क्या रखना चाहिए और किस दिशा में मुंह करके पकाया गया भोजन सेहत के लिए लाभकारी होता हैं तो आइए जानते हैं वास्तु से जुड़ी दिशाओं के बारे में। वास्तु में चार दिशाएं खास होती हैं पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण। इसमें से उत्तर दिशा सबसे खास होती हैं क्योंकि इसे भगवान कुबेर की दिशा कहा गया हैं जो जीवन में धन, नए अवसर प्रगति देने के लिए जाने जाते हैं उत्तर दिशा में कुबेर की मूर्ति, आईना, मनी प्लांट और तिजोरी रखना शुभ होता हैं इस दिशा की दीवारों पर हमेशा हल्के नीले रंग करवाएं। इससे घर में धन वृद्धि होती हैं।
किचन के लिए वास्तुशास्त्र में दक्षिण पूर्व यानी आग्नेय कोण को सबसे बेहतरीन मानी जाती हैं घर का मास्टर बेडरूम यानी मुख्या कमरा हमेशा दक्षिण दक्षिण पश्चिम दिशा नैऋत्य कोण में होना चाहिए। दक्षिण पूर्व दिशा यानी आग्नेय कोण में अग्निदेव का वास होता हैं जो सुखी, समृद्ध के साथ आपको निरोगी रखते हैं रसोई में गैस चूल्हा इसी दिशा में रखना चाहिए क्योंकि इस ओर मुंह करके पकाया गया भोजन सेहत के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता हैं।