आज और कल बन रहा विशेष संयोग, इस समय किए गए कार्यों से मिलता है कई गुना लाभ
जयपुर एस्ट्रो डेस्क: अभी श्रावण मास का पवित्र महीना चल रहा हैं हिंदू धर्म में सावन महीने का बहुत अधिक महत्व होता हैं इस माह में भोलेशंकर की विशेष आराधना व पूजा की जाती हैं इस साल सावन माह में 7 और 8 अगस्त यानी आज शनिवार और कल रविवार को विशेष संयोग बन रहा हैं
शनिवार को पुष्य नक्षत्र है, जो अगले दिन यानी रविवार को भी रहेगा। 7 और 8 अगस्त को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है ज्योतिषशास्त्र में इस संयोग को बहुत ही शुभ और खास माना जाता हैं इस नक्षत्र में किए गए कार्यों का कई गुना फल जातक को प्राप्त होता हैं, ऐसा भी माना जाता है कि पुष्प नक्षत्र में किए गए कार्यों में सफलता जरूर प्राप्त होती हैं, तो आज हम आपको इस शुभ मुहूर्त और ग्रह नक्षत्रों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
जानिए पुष्य नक्षत्र कब से कब तक है—
आपको बता दें कि 7 अगस्त यानी आज सुबह 8 बजकर 20 मिनट से रविवार सुबह 9 बजकर 37 मिनट तक।
नक्षत्रों का राजा है पुष्य नक्षत्र—
ज्योतिषशास्त्र में 27 नक्षत्रों का वर्णन मिलता हैं पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता हैं अमावस्या और पुष्य नक्षत्र का संयोग भी बहुत ही फलदायी होता हैं। वही आठ अगस्त को हरियाली अमावस्या भी हैं अमावस्या के दिन पितर संबंधित कार्य किए जाते हैं ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक पुष्य नक्षत्र में पितर संबंधित कार्य करना भी बहुत ही शुभ माना जाता हैं इस नक्षत्र में तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
इस दिन जरूर करें दान—
आपको बता दें कि पुष्य नक्षत्र में अपनी इच्छा और क्षमता के अनुसार दान जरूर करना चाहिए इस दौरान दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति जातक को होती हैं धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक दान करने से जातक के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख समृद्धि का आगमन होता हैं।