Ganesh mantra: इच्छापूर्ति के लिए पढ़ें श्री गणेश का यह मंत्र, जानिए इसका अर्थ
हिंदू धर्म में पूजा पाठ और व्रत के साथ साथ मंत्रों का जाप भी विशेष महत्व रखता हैं मंत्र व्यक्ति के अंदर सकारात्मक शक्ति का संचार करते हैं और नकारात्मक शक्ति को नाश करते हैं मंत्रोच्चारण के बाद भी व्यक्ति अपने अंदर एक आध्यात्मिक शांति और शक्ति महसूस करते हैं।
आज हम बात कर रहे हैं भगवान श्री गणेश के मंत्र की। मान्यताओं के मुताबिक किसी भी तरह के कार्य को शुरू करने से पहले भगवान श्री गणेश का स्मरण इस मंत्र के साथ जरूर करना चाहिए। इससे आपके सभी कार्य निश्चित रूप से सिद्ध हो जाते हैं और किसी भी तरह की कोई बांधा उत्पन्न नहीं होती हैं। भगवान श्री गणेश जहां शुभता के प्रतीक माने जाते हैं
यहां पढ़ें श्री गणेश मंत्र—
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
जानिए इस मंत्र का अर्थ— घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करें।