Shridi sai baba: दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं साईं बाबा के ये अनमोल वचन
हिंदू धर्म में गुरुवार के दिन को बहुत ही खास माना जाता हैं इस दिन साईं बाबा की पूजा की जाती हैं साईं बाबा एक गुरु, संत और सर्वशक्तिमान हैं आज के दिन व्रत पूजन करने या गरीबों को दान करने से उनकी कृपा प्राप्त होती हैं
साईं बाबा ने अपने जीवन का सबसे अधिक समय शिरडी में ही बीताया था। ऐसे में कहा जाता है कि यहां पहुंच कर व बाबा के दर्शन करने से जातक के सभी दुखी दर्द दूर हो जाते हैं अगर कोई किसी कारणवश शिरडी नहीं जा सकता है तो वह घर के पास किसी साईं बाबा के मंदिर में भी दर्शन करने जा सकता हैं।
चढ़े समाधि की सीढ़ी पर, पैर तले दुख की पीढ़ी पर
कहा जाता है कि बाबा की समाधि की सीढ़ी पर चढ़ते ही जीवन के दुखों का अंत हो जाता हैं ऐसे में भक्त को सांसारिक परेशानियों से मुक्ति मिल जाती हैं।
त्याग शरी चला जाउंगा, भक्त हेतु दौड़ा आउंगा।
इस वचन के मुताबिक बाबा अपने भक्तों को हर जगह मौजूद होने का अहसास दिलाते हैं इसमें बाबा का कहना है कि भले ही मेरा शरीर खत्म हो जाए, मगर फिर भी किसी द्वार सच्चे मन से बुलाने से वे उनकी सहायता के लिए दौड़े चले आएंगे।