श्रावण मास 2019: भगवान भोलेनाथ को प्रिय है बेलपत्र, जानिए तोड़ने और चढ़ाने का सही तरीका
सावन का महीना हिंदू धर्म के लोगो के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता हैं, वही सावन में शिवलिंग पर गंगाजल के साथ साथ बेलपत्र चढ़ाने का एक विशेष महत्व होता हैं वही धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक बेलपत्र भोलेनाथ को बहुत ही पसंद हैं वही श्रद्धालु शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन के महीने में दूध मिश्रित गंगाजल के साथ बेलपत्र भी चढ़ाते हैं
टहनी से चुन चुनकर सिर्फ बेलपत्र ही तोड़ना चाहिए। कभी भी पूरी टहनी नहीं तोड़ना चाहिए। पत्र इतनी सावधानी से तोड़ा चाहिए कि वृक्ष को कोई नुकसान न पहुंचे। बेलपत्र तोड़ने से पहले और बाद में वृक्ष को मन ही मन प्रणाम कर लेना चाहिए।
शिवलिंग पर ऐसे चढ़ाएं बेलपत्र—
अगर बेलपत्र उपलब्ध न हो, तो बेल के वृक्ष के दर्शन ही कर लेना चाहिए। उससे भी पाप ताप नष्ट हो जाते हैं शिवलिंग पर दूसरे के चढ़ाए बेलपत्र की उपेक्षा या अनादन नहीं करना चाहिए।