Grah Gochar 2025: अगस्त आते ही चंद्र और शुक्र करेंगे जबरदस्त बदलाव, खत्म होगा इन राशियों का बुरा दौर होगा अपार धनलाभ
ज्योतिषीय दृष्टि से अगस्त माह के शुरुआती दिन बेहद खास हैं क्योंकि इस दौरान कई प्रभावशाली ग्रह राशि और नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। अगस्त माह के पहले दिन भी चंद्र देव और शुक्र के नक्षत्र गोचर होंगे। ये दोनों ही शुभ ग्रह हैं, जिनका अधिकांश राशियों पर शुभ प्रभाव पड़ता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, 1 अगस्त 2025 को प्रातः 12:41 बजे चंद्र देव स्वाति नक्षत्र में और प्रातः 03:51 बजे शुक्र आर्द्रा नक्षत्र में गोचर करेंगे।
ज्योतिष में आर्द्रा नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में छठा और स्वाति नक्षत्र को 15वां स्थान प्राप्त है। शुक्र देव धन, वैभव, विलासितापूर्ण जीवन और सुख के दाता हैं। जबकि चंद्र देव को मन, माता, मानसिक स्थिति, जल, स्वभाव, वाणी और विचार का दाता माना जाता है। आइए जानते हैं कि अगस्त माह की शुरुआत में चंद्रमा और शुक्र के गोचर से किन राशियों के कष्टों में काफी कमी आ सकती है।
मेष
मेष राशि वालों के लिए अगस्त के शुरुआती दिन सुखद रहेंगे। धीरे-धीरे सभी रुके हुए काम पूरे होंगे, जिससे मानसिक शांति मिलेगी। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर नई ज़िम्मेदारियाँ मिल सकती हैं, जिन्हें वे बखूबी निभाएँगे। युवाओं द्वारा रचनात्मक कार्यों में किए गए प्रयास सफल होंगे। वहीं व्यापारियों को छोटी यात्राओं से लाभ होगा।
तुला
अगस्त के पहले दिन शुक्र और चंद्रमा के गोचर से तुला राशि वालों को भी आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। व्यापारियों का लंबे समय से अटका हुआ कोई सौदा पूरा हो जाएगा। अविवाहित लोग अपने भाई-बहनों के साथ समय बिताकर प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। जो लोग नौकरी कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, उनके लिए आने वाला महीना अनुकूल रहेगा। उपाय- देवी-देवताओं की पूजा करें और अधिक से अधिक लोगों की आर्थिक मदद करें। इसके साथ ही जल का दान करना आपके लिए शुभ रहेगा।
वृश्चिक
मेष और तुला राशि के साथ-साथ वृश्चिक राशि वालों के घर में भी अगस्त के शुरुआती दिनों में खुशनुमा माहौल रहेगा। पारिवारिक मेलजोल बढ़ने से रिश्ते प्रगाढ़ होंगे। आर्थिक स्थिरता के साथ व्यापारियों और दुकानदारों को मानसिक शांति मिलेगी। बुजुर्ग लोगों का धर्म के प्रति झुकाव बढ़ेगा, जिसका स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अविवाहित लोग अपने भाई-बहनों के साथ घूमने की योजना बनाएंगे। उपाय- हर शनिवार को धन का दान करें और शनिदेव की मूर्ति के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।