ऐसा हीरा पहनकर कहीं आपने भी तो नहीं कर दी बड़ी गलती, हाथ से फिसल जाएगा सबकुछ
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: रत्नशास्त्र हर किसी के जीवन में अहम भूमिका अदा करता है इसमें रत्नों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है रत्न जहां व्यक्ति की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं तो वही उसकी किस्मत भी बदलने की ताकत रखते है। लेकिन इसी भी रत्न को धारण करने से पहले योग्य ज्योतिषीय की सलाह जरूर लेनी चाहिए वरना इसका प्रभाव उल्टा पड़ सकता है यानी लाभ की जगह व्यक्ति को हानि का सामना करना पड़ सकता है।
रत्नशास्त्र के अनुसार हीरा पहनते वक्त भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है वरना हाथ से धन दौलत और सेहत के साथ सब कुछ फिसल जाएगा, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि किस तरह का हीरा धारण करना अशुभ माना जाता है तो आइए जानते हैं।
रत्न ज्योतिषशास्त्र के अनुसार किसी योग्य ज्योतिषीय की सलाह से हीरा धारण करना लाभकारी होता है इससे आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं लेकिन हीरे से जुड़े दोष मनुष्य को संकट में डाल सकते हैं। रत्नशास्त्र के अनुसार पौष माह में पड़ने वाले शुक्रवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में अष्टकोणीय हीरे को कम से कम 125 मिनट के लिए धारण करना शुभ माना जाता है।
लेकिन अगर हीरे में जौ के समान धब्बा हो और बीच में थोड़ा मोटा हो तो इसे यवदोष कहा जाता है ज्योतिष अनुसार सफेद, लाल, पीला और काला हीरा भूलकर भी नहीं धारण करना चाहिए इसे अशुभ माना जाता है इससे आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती हैं और व्यक्ति कर्जदार भी हो सकता है। अगर हीरे का आकार अभ्रक की तरह तार की जाली या धुंधले जाले जैसा हो तो इसे तार दोष माना जाता है दोषयुक्त हीरा पहनने से मानसिक तनाव बढ़ता है और अन्य परेशानियां झेलनी पड़ती है।