×

हथेली की दोहरी भाग्य रेखा होती है अशुभ सूचक, जानिए इसका मतलब

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हर व्यक्ति की हथेली पर कोई न कोई रेखा, निशान व आकृतियां जरूर बनी होती है और सभी का हस्तरेखा शास्त्र में अहम स्थान होता है हथेली पर बनने वाली ये रेखाएं व्यक्ति के जीवन पर विशेष प्रभाव डालती है भाग्य रेखाएं मानव जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाती है इन रेखाओं को देखकर व्यक्ति के भाग्य का पता लगाने में आसानी हो जाती है

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार भाग्य रेखा बहुत अहम होती है अगर किसी जातक के हाथ में दोहरी भाग्य रेखा है तो यह किस्मत की राह में रोड़े भी अटका सकती है हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार कुछ मायनों में दोहरी भाग्य रेखा को अच्छा माना जाता है लेकिन अधिकतर स्थिति में यह रेखाएं अशुभ सूचक होती है तो आज हम आपको अपने इस लेख में दोहरी भाग्य रेखा से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

अगर किसी जातक की हथेली पर भाग्य की दो रेखाएं हो और इनमें से कोई एक रेखा चंद्र पर्वत से आरंभ होकर ह्रदय रेखा पर समाप्त हो जाए तो हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार वह व्यक्ति भाग्यशाली माना जाता है जिन लोगों की भाग्य रेखा दोहरी होती है वे कला और शिल्प में में अच्छे माने जाते हैं ये लोग अपने जीवन में सफल होंगे। उनके पास आय के दो स्त्रोत भी होते हैं यह भी देखा जा रहा है कि लॉटरी में वे भाग्यशाली माने जाते हैं हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हथेली पर अधिक भाग्य रेखा को अधिक धन प्राप्ति का स्त्रोत माना जाता है मगर ये सभी स्थिति में शुभ नहीं मानी जाती है अगर सिकी जातक के मणिबंध क्षेत्र से भाग्य रेखा निकलकर शनि पर्वत तक जाती है और उसके समानांतर दूसरी भाग्य रेखा चल रही है तो ऐसे जातक के पास धन की कमी रहती है ​इनके पास जितना धन होता है वो सभी खर्च हो जाता है। वही भाग्य रेखा के समानंतर दूसरी भाग्य रेखा जीवन रेखा से आरंभ हो रही हो तो जीवन के उस आयु वर्ष में मनुष्य को धन की बड़ी हानि भी उठानी पड़ सकती है।