नाना पाटेकर : ग्रहों की इस स्थिति के कारण लग रहा है आरोप
जयपुर। नाना पाटेकर आज कल तनुश्री दत्ता के आरोप के बाद चर्चा में हैं। इसको लेकर बॉलीवुड में इन दिनों काफी चर्चा हो रही है। आज हम इस मुद्दे को लेकर कुंड़ली विश्लेषण कर रहें हैं। नाना पाटेकर का जन्म 1 जनवरी 1951 को हुआ। इनके जन्म के समय सूर्य धनु राशि पर परिभ्रमण कर रहा था। जिसके कारण नाना पाटेकर को लोक प्रियता मिली। इनकी कुंडली में चंद्र के शुभ स्थान पर होने के कारण इनको ऐश्वर्य व धन-वैभव का सुख मिला।
इसके साथ ही चंद्र जिस राशि पर है उसके कारण इनको बुद्धि व दूर की सोचने वाला व्यक्ति बनाया। इनकी कुंड़ली में मंगल की स्थिति के कारण इनको मेहनत का पूरा लाभ नहीं मिला। इनके साथ ही कुंड़ली में ग्रहों की स्थिति के कारण आर्थिक संपन्नता मिलती है।
इनकी कुंड़ली में बुध धनु राशि पर विराजमान है जो इनको मान-सम्मान दिला रहा है। इसके साथ ही इनकी कुड़ली में गुरु जिस स्थान पर है वहां पर होने से ये अच्छे के साथ अच्छे व बुरे के साथ बुरे हैं। इसके साथ ही गुरु की स्थिति से पूर्ण संतुष्ट नहीं हैं।
नाना पाटेकर की कुंड़ली में शुक्र जिस स्थान पर है वहां पर होने के कारण इनको श्रेष्ठ लोगों की संगति मिली। शनि की स्थिति के कारण इनको बचपन में परेशानी का सामना करना पडा होगा। लेकिन धीरे धीरे इनकी स्थिति में सुधार होता गया होगा।