Maa shakambhari mantra jaap: शाकंभरी नवरात्रि पर करें इन मंत्रों का जाप, जीवन में आएगी खुशहाली
21 जनवरी दिन गुरुवार यानी कल से शाकंभरी नवरात्रि का पर्व आरंभ हो चुका हैं पौष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शाकंभरी नवरात्रि की शुरुआत होती हैं यह पर्व पौष मास की पूर्णिमा तक मनाया जाएगा। पूर्णिमा का दिन माता शाकंभरी की जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। तो आज हम आपको इस पर्व से जुड़ी जानकारी और मंत्रों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
तंत्र मंत्र करने वाले साधक माता शाकंभरी की विशेष पूजा करते हैं शाकंभरी देवी को वनस्पति की देवी कहा जाता हैं इस साल यह नवरात्रि 21 जनवरी से शुरूहोकर 28 जनवरी तक मनाई जाएगी। शाकंभरी नवरात्रि बहुत ही खास होती हैं इस नवरात्रि को पौष पूर्णिमा के नाम से देश के विभिन्न स्थानों पर मनाया जाता हैं
देवी माता के खास मंत्र—
1. ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भगवति माहेश्वरि अन्नपूर्णे स्वाहा
2. ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भगवति अन्नपूर्णे नम:.
3. ॐ सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धनधान्य: सुतान्वित:. मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक देवी शाकंभरी आदिशक्ति दुर्गा के अवतारों में से एक हैं मां दुर्गा के सभी अवतारों में से रक्तदंतिका, भीमा, भ्रामरी, शाकंभरी प्रसिद्ध हैं दुर्गा सप्तशती के मूर्ति रहस्य में देवी शाकंभरी के स्वरूप का वर्णन निम्न मंत्र के अनुसार किया गया हैं।
शाकंभरी नीलवर्णानीलोत्पलविलोचना।
मुष्टिंशिलीमुखापूर्णकमलंकमलालया।।