जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे में
आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में परंपरा में कई प्रकार के रीति रिवाज शामिल हैं जिन्हें हमारे ऋषि मुनियों ने बहुत ही गहन शोध कर बनाया था। हमारे यहां बुजुर्गों के पैरों को छूकर, लोग बल, विद्या, बुद्धि और सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा जाता हैं और वरिष्ठ मनुष्य अपने से छोटे को अपने अच्छे कर्मों के फल के रूप में ये सभी चीजें आशीर्वाद के रूप में प्रदान करते हैं वही बचपन से लेकर आज तक हमें अपने से बड़ों का सम्मान करने और उनके चरण स्पर्श करने की जो सीख मिलती हैं आज हम उसी के लाभ के बारे में आपको बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
वही अपने वरिष्ठजनों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेने से सभी कार्य बढ़िया से संपन्न होते हैं और तमाम तरह के दोष और बाधाएं भी दूर हो जाती हैं वही माता पिता और गुरु के चरण स्पर्श करने से व्यक्ति की धन और विवाह संबंधी सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। वही किसी भी संत या वरिष्ठ व्यक्ति का चरण हमेशा अपना सिर दोनों हाथों के बीच में रखते हुए अपने शरीर के ऊपरी भाग को झुका कर करना चाहिए। वही साथ ही पैर छूते वक्त उस मनुश्य के प्रति पूरा आद और सम्मान की भावना होना चाहिए। वही अनमने ढंग से किसी भी मनुष्य का पैर नहीं छूना चाहिए। यह अच्छा नहीं माना जाता हैं।