Kaal bhairav jayanti:शिव के पांचवे रूद्रावतार कालभैरव है सभी सिद्धियों के दाता
आज देशभर में कालाष्टमी या कालभैरव जयंती का पर्व मनाया जा रहा हैं।कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव की आराधना करने ने से जातक भयमुक्त हो जाते हैं और उसके जीवन की कई परेशानियां भी दूर होती हैं यह भी कहा गया हैं कि इस दिन भगवान भैरव की पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिल जाती हैं
आपको बता दें कि कालभैरव जयंती वाले दिन भक्तों को जल्दी उठना चाहिए। इसके बाद भैरव बाबा की पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस दिन कुत्तों को भोजना करना चाहिए। साथ ही उन्हें चोट भी नहीं पहुंचानी चाहिए। कथाओं के मुताबिक काल भैरव जयंती के दौरान दिन के समय में सोना नहीं चाहिए। इससे मनुष्य को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता हैं।