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इस रत्न को धारण करते ही दूर हो जाता हैं राहु दोष

 

ज्योतिषशास्त्र और रत्नशास्त्र व्यक्ति के जीवन में बहुत ही महत्व रखता हैं। व्यक्ति के जीवन में आने वाली हर समस्या का समाधान ज्योतिषशास्त्र और रत्नशास्त्र में प्राप्त होता हैं। व्यक्ति अपनी राशि के मुताबिक अगर सही और उचित रत्न को धारण करता तो उसकी समस्या का समाधान ज्योतिष और रत्नशास्त्र में प्राप्त हो सकता हैं। तो आज हम रत्न शास्त्र से ही जुड़े रत्न गोमेद के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं।

आपको बता दें,कि गोमेद एक ऐसा रत्न माना जाता हैं,जिसे धारण करने से राहु के सभी दोष दूर हो सकते हैं। इसलिए इस रत्न को राहु रत्न भी कहा जाता हैं। वही आपको बता दें,कि इस रत्न में राहु की शक्तियां और गुण दोनो ही उपस्थित होते हैं। वही यह नकारात्मक शक्ति को सकारात्मक शक्ति में भी परिवर्तित कर सकता हैं। गोमेद को धारण करने से व्यक्ति के जीवन की कई सारी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी समाप्त हो जाती हैं।

गोमेद को उसके रंग और चमक से पहचाना जाता हैं। वही गोमेद को पीत रक्तमणि भी कहा जाता हैं। बता दें,कि गोमेद पीला, नारंगी,हरा व भूरे रंग में प्राप्त हो सकता हैं। मगर सबसे अच्छा गोमेद वह माना जाता हैं। जो हल्के पीले रंग के साथ पारदर्शी और चिकना व चमकदार होता हैं। वही गोमेद को धारण करने से पूर्व ज्योतिषी सलाह लेना बहुत ही अवश्यक होता हैं। इससे नकारात्मक प्रभाव भी व्यक्ति पर पड़ सकता है। वही जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु दोष होता हैं। उसे भाव के शुभ फल को बढ़ाने के लिए गोमेद को अवश्य ही धारण करना चाहिए। वह अगर गोमेद में चीरा लगा होता हैं,तो ये रक्त संबंधी परेशानियों को पैदा कर सकता हैं। वही अगर इसमें धब्बे हो तो ये आपकी मृत्यु का भी कारण बन सकता हैं।