"Dussehra 2025" दशहरे के 10 बड़े ज्योतिष उपाय, जिसे करते ही सोने जैसी चमकेगी किस्मत, बन जाएंगे सारे बिगड़े कम
दशहरा या विजयादशमी, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। दशहरा शरद नवरात्रि के नौ दिनों के बाद दसवें दिन पड़ता है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और सीता को उसके कब्जे से मुक्त कराया था। यही कारण है कि दशहरा हमें अच्छाई के मार्ग पर चलने और बुराई पर विजय पाने की प्रेरणा देता है। दशहरा न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का भी माध्यम है। इस दिन घर की साफ-सफाई करना, नए कपड़े पहनना, शुभ खरीदारी करना और देवी-देवताओं की पूजा करना शुभ माना जाता है। दशहरा अच्छाई, समृद्धि और खुशहाली का संदेश देता है। दशहरे पर कुछ विशेष उपाय करने से घर में धन-समृद्धि बढ़ती है। ऐसा माना जाता है कि इन उपायों को अपनाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
रावण दहन भस्म: रावण दहन के बाद बची हुई राख में से कुछ राख घर लाकर अपने खजाने या धन भंडार में रखें। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और नए अवसर खुलते हैं।
झाड़ू दान करना या खरीदना: इस दिन मंदिर में झाड़ू दान करना शुभ माना जाता है। झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और यह घर में समृद्धि लाती है।
शमी वृक्ष की पूजा: शमी वृक्ष के नीचे दीपक जलाएँ और उसके कुछ पत्ते घर लाकर अपने खजाने में रखें। इससे धन-समृद्धि बढ़ती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
श्री यंत्र और गोमती चक्र: दशहरे के दिन अपने खजाने या पूजा स्थल में 11 गोमती चक्र या श्री यंत्र रखें। इन्हें लाल कपड़े में लपेटने से धन लाभ की संभावना बढ़ जाती है।
देवी लक्ष्मी की पूजा: शाम के समय भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा के दौरान नारियल चढ़ाएँ और फिर उसे अपने धन भंडारण स्थान पर रखें।
नीलकंठ पक्षी देखना: दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी देखना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।