शनिवार के दिन जरूर करें यह आसान उपाय, सभी परेशानियां होंगी दूर
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित है वही शनिवार का दिन भगवान शनिदेव की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है इस दिन भक्त भगवान शनिदेव की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं
माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती है लेकिन अगर शनिवार के दिन अगर शनि मंदिर जाकर श्री शनि सहस्रनामावली स्तोत्र का पाठ भक्ति भाव से किया जाए तो जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और शनिदेव का आशीर्वाद भी बना रहता है।
श्री शनि सहस्रनामावली
ॐ अमिताभाषिणे नमः ।
ॐ अघहराय नमः ।
ॐ अशेषदुरितापहाय नमः ।
ॐ अघोररूपाय नमः ।
ॐ अतिदीर्घकायाय नमः ।
ॐ अशेषभयानकाय नमः ।
ॐ अनन्ताय नमः ।
ॐ अन्नदात्रे नमः ।
ॐ अश्वत्थमूलजपप्रियाय नमः ।
ॐ अतिसम्पत्प्रदाय नमः ।
ॐ अमोघाय नमः ।
ॐ अन्यस्तुत्याप्रकोपिताय नमः ।
ॐ अपराजिताय नमः ।
ॐ अद्वितीयाय नमः ।
ॐ अतितेजसे नमः ।
ॐ अभयप्रदाय नमः ।
ॐ अष्टमस्थाय नमः ।
ॐ अञ्जननिभाय नमः ।
ॐ अखिलात्मने नमः ।
ॐ अर्कनन्दनाय नमः । || 20 ||
ॐ अतिदारुणाय नमः ।
ॐ अक्षोभ्याय नमः ।
ॐ अप्सरोभिः प्रपूजिताय नमः ।
ॐ अभीष्टफलदाय नमः ।
ॐ अरिष्टमथनाय नमः ।
ॐ अमरपूजिताय नमः ।
ॐ अनुग्राह्याय नमः ।
ॐ अप्रमेयपराक्रमविभीषणाय नमः ।
ॐ असाध्ययोगाय नमः ।
ॐ अखिलदोषघ्नाय नमः ।
ॐ अपराकृताय नमः ।
ॐ अप्रमेयाय नमः ।
ॐ अतिसुखदाय नमः ।
ॐ अमराधिपपूजिताय नमः ।
ॐ अवलोकात्सर्वनाशाय नमः ।
ॐ अश्वत्थामद्विरायुधाय नमः ।
ॐ अपराधसहिष्णवे नमः ।
ॐ अश्वत्थामसुपूजिताय नमः ।
ॐ अनन्तपुण्यफलदाय नमः ।
ॐ अतृप्ताय नमः । || 40 ||
ॐ अतिबलाय नमः ।
ॐ अवलोकात्सर्ववन्द्याय नमः ।
ॐ अक्षीणकरुणानिधये नमः ।
ॐ अविद्यामूलनाशाय नमः ।
ॐ अक्षय्यफलदायकाय नमः ।
ॐ आनन्दपरिपूर्णाय नमः ।
ॐ आयुष्कारकाय नमः ।
ॐ आश्रितेष्टार्थवरदाय नमः ।
ॐ आधिव्याधिहराय नमः ।
ॐ आनन्दमयाय नमः ।
ॐ आनन्दकराय नमः ।
ॐ आयुधधारकाय नमः ।
ॐ आत्मचक्राधिकारिणे नमः ।
ॐ आत्मस्तुत्यपरायणाय नमः ।
ॐ आयुष्कराय नमः ।
ॐ आनुपूर्व्याय नमः ।
ॐ आत्मायत्तजगत्त्रयाय नमः ।
ॐ आत्मनामजपप्रीताय नमः ।
ॐ आत्माधिकफलप्रदाय नमः ।
ॐ आदित्यसंभवाय नमः । || 60 ||
ॐ आर्तिभञ्जनाय नमः ।
ॐ आत्मरक्षकाय नमः ।
ॐ आपद्बान्धवाय नमः ।
ॐ आनन्दरूपाय नमः ।
ॐ आयुःप्रदाय नमः ।
ॐ आकर्णपूर्णचापाय नमः ।
ॐ आत्मोद्दिष्टद्विजप्रदाय नमः ।
ॐ आनुकूल्याय नमः ।
ॐ आत्मरूपप्रतिमादानसुप्रियाय नमः ।
ॐ आत्मारामाय नमः ।
ॐ आदिदेवाय नमः ।
ॐ आपन्नार्तिविनाशनाय नमः ।
ॐ इन्दिरार्चितपादाय नमः ।
ॐ इन्द्रभोगफलप्रदाय नमः ।
ॐ इन्द्रदेवस्वरूपाय नमः ।
ॐ इष्टेष्टवरदायकाय नमः ।
ॐ इष्टापूर्तिप्रदाय नमः ।
ॐ इन्दुमतीष्टवरदायकाय नमः ।
ॐ इन्दिरारमणप्रीताय नमः ।
ॐ इन्द्रवंशनृपार्चिताय नमः । || 80 ||