गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति को सफल होने से रोकती हैं ये आदतें, आज ही करें इन्हें गुडबाय
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही गरुड़ पुराण में कुल 19 हजार श्लोक हैं जिसमें से सात हजार श्लोक में केवल धर्म, ज्ञान, यज्ञ, तप, नीति, रहस्य आदि से जुड़ी तमाम बातें कही गई हैं इससे ये स्पष्ट है कि गरुड़ पुराण केवल मृत्यु के बाद की स्थितियों का वर्णन नहीं करता, ये लोगों को व्यावहारिक जीवन से जुड़ी बातें भी सिखाता हैं मृत्यु के बाद इसे पढ़ने या सुने जाने के पीछे दो उद्देश्य होते हैं।
जो लोग सफलता को किस्मत की देन समझते हैं, वो लोग कभी पर्याप्त कर्म नहीं करते। ऐसे लोगों से सफलता भी कोसों दूर हो जाती हैं इसलिए अगर सफल होना है तो अपनी मेहनत और कर्म से अपना भाग्य स्वयं बनाइए। जो लोग हर बात पर दिखावा करते हैं वो दूसरों को आहत करके खुद को संतुष्ट करने का प्रयास करते हैं ऐसे लोग कभी अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते क्योंकि इनका दिमाग बस खुद को उच्च स्तर का साबित करने में लगा रहता हैं अगर सफल होना है तो मेहनत के बूते पर ऐसा कुछ करें कि आपकी सफलता आपकी हैसियत का डंका बजा दें। आलस सफलता के मार्ग का बड़ा बाधक हैं सफलता पाने के लिए आलस को त्यागना जरूरी हैं।