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पति-पत्नी के रिश्ते में आ गई है तलाक की नौबत, तो शुक्रवार को करें लक्ष्मी नारायण स्तोत्र का पाठ

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः हर कोई वैवाहिक जीवन में सुख शांति और खुशहाली की कामना करता है मगर कुछ कारणों की वजह से पति पत्नी के बीच नोंक झोक होने लगती है पति पत्नी के बीच छोटी मोटी नोंक झोक होना एक आम बात है लेकिन जब ये नोंक झोक बड़े लड़ाई झगड़े का रूप ले लेती है तो बात तलाक तक आ जाती है  जिससे दोनों के जीवन में परेशानियां आती है अगर आपके वैवाहिक रिश्ते में तलाक की नौबत आ गई है

तो ऐसे में पति पत्नी साथ मिलकर विधि विधान से शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी और श्री हरि नारायण की पूजा अर्चना करें और श्री लक्ष्मी नारायण स्तोत्र का संपूर्ण पाठ करें इसके पाठ से आपकी परेशानियां दूर हो जाएंगी और वैवाहिक जीवन में फिर से खुशहाली का आगमन होता है लक्ष्मी नारायण स्त्रोत का पाठ अगर पूरी निष्ठा के साथ किया जाए तो हर तरह की समस्या का हल हो सकता है इसके पाठ से जातकों को देवी मां लक्ष्मी और भगवान श्री हरि दोनों की विशेष कृपा प्राप्त होती है इसका पाठ आप रोजाना भी कर सकते हैं, तो आज हम आपके लिए लेकर आए है श्री लक्ष्मी नारायण स्तोत्र। 

लक्ष्मी नारायण स्तोत्र-

श्रीनिवास जगन्नाथ श्रीहरे भक्तवत्सल ।
लक्ष्मीपते नमस्तुभ्यं त्राहि मां भवसागरात् ॥१॥

राधारमण गोविंद भक्तकामप्रपूरक ।
नारायण नमस्तुभ्यं त्राहि मां भवसागरात् ॥२॥

दामोदर महोदार सर्वापत्तीनिवारण ।
ऋषिकेश नमस्तुभ्यं त्राहि मां भवसागरात् ॥३॥

गरुडध्वज वैकुंठनिवासिन्केशवाच्युत ।
जनार्दन नमस्तुभ्यं त्राहि मां भवसागरात् ॥४॥

शंखचक्रगदापद्मधर श्रीवत्सलांच्छन ।
मेघश्याम नमस्तुभ्यं त्राहि मां भवसागरात् ॥५॥

त्वं माता त्वं पिता बंधुरू सद्गुरूस्त्वं दयानिधीरू ।
त्वत्तोे न्यो न परो देवस्त्राही मां भवसागरात् ॥६॥

न जाने दानधर्मादि योगं यागं तपो जपम ।
त्वं केवलं कुरु दयां त्राहि मां भवसागरात् ॥७॥

न मत्समो यद्यपि पापकर्ता न त्वत्समोेथापि हि पापहर्ता ।
विज्ञापितं त्वेतद्शेषसाक्षीन मामुध्दरार्तं पतितं तवाग्रे ॥८॥

मङ्गलम् भगवान विष्णुः द्य श्री विष्णुसहस्रनाम पाठ मंत्र