भगवान श्री गणेश के पांच सबसे आसान मंत्र, जान लें जाप के नियम
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता है वही बुधवार का दिन गौरी शंकर के पुत्र गणेश को समर्पित है इस दिन भक्त श्री गणेश की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है
लेकिन इसी के साथ ही अगर आज बुधवार के दिन प्रथम पूजनीय श्री गणेश भगवान के शक्तिशाली व चमत्कारी मंत्रों का जाप किया जाए तो विशेष लाभ की प्राप्ति होती है और मनोकामना भी पूरी हो जाती है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान गणेश के सबसे आसान मंत्र।
भगवान श्री गणेश के सरल मंत्र—
मंत्र- 1
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
मंत्र- 2
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लंबोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते।।
मंत्र-3
अमेयाय च हेरंब परशुधारकाय ते।
मूषक वाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः।।
मंत्र-4
एकदंताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः।
प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।
मंत्र-5
एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।
मंत्र जाप के नियम और विधि—
भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करने से पहले खुद को शुद्ध करें यानी की स्नान के बाद साफ वस्त्रों को धारण कर ही इन मंत्रों का जाप करना उत्तम रहेगा। मंत्र जाप किसी खास मनोकामना के लिए कर रहे हैं तो हाथ में जल चावल लेकर इसके लिए संकल्प जरूर करें।
भगवान श्री गणेश की प्रतिमा के सामने बैठकर मंत्र का जाप करना लाभकारी होगा इससे जल्द फल की प्राप्ति होती है। मंत्र जाप से पहले भगवान गणेश की विधिवत पूजा करें प्रभु को पुष्प माला अर्पित करें फिर घी का दीपक जलाएं और दूर्वा अर्पित करें इस बाद जाप करें। मंत्र जाप के लिए कुशा के आसन पर बैठकर लाल चंदन, स्फटिक, मूंगा या रुद्राक्ष की माला से ही इन मंत्रों का जाप करना ठीक रहेगा।
भगवान गणेश के मंत्रों का जाप कम से कम पांच माला तक करें। एक माला यानी 108 बार। मंत्र जाप के दौरान दीपक जलते रहना चाहिए। अगर आप खुद मंत्र जाप नहीं कर सकते हैं तो किसी योग्य विद्वान से मंत्रों का जाप करवा सकते हैं।