गर्दन से अंडा देता है ये घोंघा, कैमरे में कैद हुआ दुर्लभ दृश्य; देखें Video
प्रकृति में हर दिन कुछ न कुछ ऐसा घटता है, जो हमें चौंका देता है। ऐसा ही एक दुर्लभ और चमत्कारी नज़ारा न्यूजीलैंड में देखने को मिला है, जहां पहली बार एक दुर्लभ और विशाल मांसाहारी घोंघे को अंडा देते हुए कैमरे में कैद किया गया। हैरानी की बात यह है कि यह घोंघा अंडा अपनी गर्दन से देता दिखा। यह पल न केवल जैविक दृष्टिकोण से अहम था, बल्कि इसकी रिकॉर्डिंग ने वैज्ञानिकों और संरक्षण कार्यकर्ताओं को भी चौंका दिया।
कहां और कैसे रिकॉर्ड हुआ यह दृश्य?
न्यूजीलैंड के डिपार्टमेंट ऑफ कंजर्वेशन (DOC) के एक कर्मचारी ने इस अविश्वसनीय क्षण को कैमरे में रिकॉर्ड किया। इस वीडियो को डीओसी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर शेयर किया है, जिसमें ‘पॉवेलिफेंटा ऑगस्टा’ नाम की एक दुर्लभ प्रजाति के घोंघे को अंडा देते हुए देखा जा सकता है।
यह पहली बार है जब इस प्रजाति के किसी घोंघे को अंडा देते हुए देखा गया और वो भी एक असामान्य स्थान — गर्दन — से। आमतौर पर घोंघों के प्रजनन संबंधी व्यवहार को लेकर वैज्ञानिकों के पास सीमित जानकारी होती है, और इस वीडियो ने उनके ज्ञान में एक अनोखी कड़ी जोड़ दी है।
क्या है पॉवेलिफेंटा ऑगस्टा?
Poweliphanta augusta, जिसे अक्सर “घोंघा जगत का दिग्गज” कहा जाता है, एक विशाल मांसाहारी घोंघा है जो केवल न्यूजीलैंड के दक्षिणी द्वीप पर पाया जाता है। इसकी खासियत इसके बड़े आकार, तेज़ गति से बढ़ने वाले नहीं होने और कीड़े-मकोड़ों को खाकर जीवित रहने की क्षमता है।
पॉवेलिफेंटा ऑगस्टा की संख्या में पिछले कुछ सालों में भारी गिरावट देखी गई है। इसका मुख्य कारण कोयला खनन रहा है, जिसकी वजह से इन घोंघों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो गए। स्थिति को गंभीर देखते हुए संरक्षण विभाग ने इन घोंघों को साल 2006 में उनके प्राकृतिक स्थान से हटाकर ठंडे कंटेनरों में स्थानांतरित कर दिया और उनकी देखरेख की व्यवस्था की।
संरक्षण का अनूठा प्रयास
डीओसी के संरक्षण अधिकारी लिसा फ्लैगन के अनुसार, जब वे घोंघे का नियमित रूप से वजन कर रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि घोंघा अंडा दे रहा है। यह उनके लिए बेहद रोमांचक और अभूतपूर्व पल था।
लिसा बताती हैं कि ये घोंघे धीमी गति से बढ़ते हैं और लंबे समय तक जीवित रहते हैं। 8 साल की उम्र तक पहुंचने के बाद ही ये प्रजनन के लिए तैयार होते हैं। यही कारण है कि इन्हें पालना और संरक्षित करना बेहद कठिन और धैर्य की मांग करता है।
घोंघे हर साल सिर्फ 5 बड़े अंडे देते हैं और इन अंडों को पूरी तरह विकसित होने में एक साल से अधिक का समय लग सकता है। यही कारण है कि इनके संरक्षण का महत्व और भी बढ़ जाता है।
क्यों है यह वीडियो इतना खास?
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यह पहला मौका है जब किसी ने पॉवेलिफेंटा ऑगस्टा को अंडा देते हुए देखा और रिकॉर्ड किया।
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यह जैव विविधता, प्रजनन व्यवहार और घोंघों की जीवनशैली को लेकर अध्ययन के लिए एक दुर्लभ मौका है।
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संरक्षण कार्यक्रमों की सफलता का यह जीवंत प्रमाण है।
इस वीडियो के माध्यम से वैज्ञानिकों को घोंघों के प्रजनन व्यवहार की बारीक समझ विकसित करने में मदद मिलेगी। साथ ही, यह संरक्षण कार्य में लगे सभी लोगों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकता है।
सोशल मीडिया पर छाया वीडियो
जैसे ही डीओसी ने इस वीडियो को शेयर किया, यह कुछ ही घंटों में वायरल हो गया। हज़ारों लोगों ने इसे देखा और कमेंट कर अपने आश्चर्य और प्रशंसा व्यक्त की। बहुत से लोगों ने लिखा कि यह वीडियो उन्हें प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाने वाला है।
एक यूजर ने लिखा, “प्रकृति कितनी जटिल और सुंदर है, यह वीडियो देखकर महसूस हुआ।” वहीं दूसरे ने कहा, “इतना दुर्लभ और खास दृश्य पहले कभी नहीं देखा।”
निष्कर्ष
न्यूजीलैंड का यह दुर्लभ घोंघा न केवल जैव विविधता की अनमोल विरासत है, बल्कि संरक्षण के महत्व को भी उजागर करता है। पॉवेलिफेंटा ऑगस्टा जैसे जीवों को बचाने के लिए उठाए गए कदम आज दुनिया भर के लिए एक मिसाल हैं। इस वीडियो ने हमें सिखाया कि प्रकृति के चमत्कार अक्सर हमारी आंखों के सामने ही होते हैं — बस ज़रूरत है उन्हें देखने और समझने की।
क्या आपने देखा ये वीडियो? अगर नहीं, तो जरूर देखें — प्रकृति का यह करिश्मा आपको भी हैरान कर देगा।