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रात के अँधेरे में भानगढ़ में घटती हैं ऐसी खौफनाक घटनाएं! जिन्हें जानकर कांप उठेगी रूह, कमजोर दिलवाले ना देखे VIDEO 

 

राजस्थान के अलवर जिले में स्थित भानगढ़ किला अपनी ऐतिहासिक महत्ता के साथ-साथ भूतिया कहानियों के लिए भी दुनियाभर में मशहूर है। दिन में भानगढ़ अपने ऐतिहासिक किलों, मंदिरों और गलियों की वजह से पर्यटकों को आकर्षित करता है, लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है और रात का अँधेरा छा जाता है, यहां की वास्तविक पहचान सामने आती है। स्थानीय लोगों और यहां आए पर्यटकों का दावा है कि रात के समय भानगढ़ में ऐसी खौफनाक घटनाएं होती हैं, जिन्हें सुनकर और जानकर किसी की रूह भी काँप उठती है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/jIjhhrAJneA?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/jIjhhrAJneA/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="Hanuted Story Of Bhangarh Fort Alwar | भानगढ़ किले का इतिहास, रहस्य, भूतिया कहानी, रात की रिकॉर्डिंग" width="1250">

भानगढ़ किला 17वीं सदी में राजा भावराज और उनकी प्रजा के लिए एक सुरक्षित स्थल के रूप में बनाया गया था। लेकिन कहा जाता है कि इस किले में तांत्रिक और जादू-टोने से जुड़ी घटनाओं ने इसे शापित कर दिया। स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, एक दुष्ट साधु ने अपनी मृत्यु से पहले किले को शापित कर दिया था, और तभी से भानगढ़ में रात के समय अजीबोगरीब आवाजें और परछाइयाँ दिखाई देने लगीं।

स्थानीय लोग बताते हैं कि रात में किले के आसपास असामान्य ठंडक और हवा का रुख अचानक बदल जाना आम बात है। कई पर्यटकों ने दावा किया है कि वे खामोशी के बीच अचानक हंसने, फुसफुसाने और कदमों की आवाजें सुनते हैं, जबकि आसपास कोई नहीं होता। कुछ लोगों ने तो यहां सफेद वस्त्र पहने आकृतियों को चलते हुए देखा है, जिन्हें वे इंसानी नहीं मानते।

भानगढ़ की भूतिया रातों की सबसे डरावनी बात यह है कि यहां असामान्य रोशनी और तेज़ ध्वनियों का अनुभव किया जा सकता है। कुछ लोगों का कहना है कि रात के समय मंदिरों और पुराने मकानों में किसी अज्ञात शक्ति का साया घूमता नजर आता है। इसीलिए, राजस्थान सरकार ने भानगढ़ किले के लिए रात में प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है। बावजूद इसके, साहसिक पर्यटक और रोमांच प्रेमी इन खौफनाक कहानियों का अनुभव लेने रात के समय यहां आने की कोशिश करते हैं।

साइकोलॉजिस्ट और स्थानीय विद्वानों का कहना है कि भानगढ़ जैसी जगहों पर मस्तिष्क और वातावरण का प्रभाव काफी अधिक होता है। अँधेरे, खाली गलियां और खंडहर ऐसे वातावरण बनाते हैं, जहां इंसान की कल्पना शक्ति बढ़ जाती है। इसी कारण से लोग अजीब आवाजें और परछाइयाँ महसूस करते हैं। फिर भी, कई पर्यटक ऐसे अनुभवों को सच्ची भूतिया घटनाएं मानते हैं और कहते हैं कि यह जगह सच में डरावनी है।

भानगढ़ की रातों में होने वाली घटनाओं की ख़बरें मीडिया और सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर अक्सर वायरल होती रहती हैं। पर्यटक अपने अनुभव साझा करते हैं, जिनमें अचानक से बंद होने वाले दरवाजे, हवाओं के झोंके और अजीब छायाएँ शामिल हैं। कुछ ने तो यह दावा भी किया है कि उन्हें किले के अंदर से किसी की चिल्लाने की आवाज़ सुनाई दी, लेकिन जब वे उसे ढूंढने गए, तो वहां कोई नहीं था।

भानगढ़ का यह डरावना वातावरण स्थानीय संस्कृति और पर्यटन का भी हिस्सा बन गया है। हर साल लाखों लोग दिन में किले का भ्रमण करते हैं, जबकि कुछ लोग रात की डरावनी कहानियों को जानने के लिए दूर-दूर से आते हैं। इन कहानियों ने भानगढ़ को भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी ‘भूतिया स्थल’ के रूप में प्रसिद्ध कर दिया है।