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न तंत्र चलता है, न मंत्र काम करता है! मेहंदीपुर बालाजी के दरबार में हर बुरी शक्ति टेकती है घुटने, वीडियो में देखे खौफनाक चमत्कार 

 

कहते हैं कि महावीर का नाम लेने से भूत-पिशाच निकट नहीं आते। जो भी भक्त भक्ति भाव से बजरंगबली का नाम लेता है, उसके आसपास की सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। ऐसे ही हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति दिलाने वाले मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है। मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है। इस मंदिर में लोग दूर-दूर से नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। देशभर से हजारों भक्त मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए हर दिन आते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है बल्कि नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति दिलाने के लिए भी जाना जाता है। आइए जानते हैं मंदिर के बारे में...

<a href=https://youtube.com/embed/430eTyi5V80?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/430eTyi5V80/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" title="Mehandipur Balaji Temple | मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का इतिहास, मान्यता, दर्शन, रहस्य, भूत-प्रेत, नियम" width="695">
बालाजी मंदिर में त्रिशक्ति का वास
इस मंदिर में तीन देवताओं की मूर्तियां हैं। भैरव कोतवाल, प्रेतराज सरकार और बालाजी महाराज की मूर्तियां विराजमान हैं। राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी धाम को भगवान हनुमान के रूप में पूजा जाता है। प्रेतराज सरकार को भूत-प्रेतों का देवता माना जाता है। मंदिर में विराजमान भैरव कोतवाल भगवान शिव के अवतार हैं। जो इस स्थान की सुरक्षा का ख्याल रखते हैं।

इस मंदिर में हर नकारात्मक शक्ति का प्रभाव दूर होता है
माना जाता है कि मेहंदीपुर बालाजी में भूत-प्रेत की बाधा दूर होती है। कहा जाता है कि जिनके शरीर में बुरी शक्तियां होती हैं, भगवान के दर पर आते ही बुरी शक्तियां दूर हो जाती हैं। इस मंदिर में आने वाले भक्तों को लगता है कि प्रेतराज सरकार और बालाजी महाराज की कृपा से बुरी शक्तियां दूर हो जाती हैं और उन्हें शारीरिक और मानसिक शांति मिलती है। मंदिर की खास बात यह है कि यहां विशेष यज्ञ और पूजा-अर्चना की जाती है, जिससे नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है।

हजारों साल पहले प्रकट हुई थीं मूर्तियां
कहा जाता है कि तीनों मूर्तियां धाम में प्रकट हुई थीं। भैरव कोतवाल, प्रेतराज सरकार और बालाजी महाराज की मूर्तियां अपने आप प्रकट हुई थीं। तीनों देवताओं की मूर्तियां 1008 साल पहले प्रकट हुई थीं। मेहंदीपुर बालाजी एक शक्तिशाली तीर्थ स्थल भी है। मेहंदीपुर बालाजी धाम में रोजाना हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।