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'न हरे, न सफेद...' जिस सिडनी में हुआ आतंकी हमला नीले क्यों है वहां के पहाड़ ? प्राकृतिक रहस्य जान चौंक जाएंगे आप 

 

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच पर एक आतंकवादी हमला हुआ है। इस हमले में 16 लोग मारे गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया था। बोंडी बीच के पास हनुक्का का एक कार्यक्रम चल रहा था, जहाँ यहूदी समुदाय के लोग इकट्ठा हुए थे। बंदूकधारियों ने वहाँ मौजूद यहूदियों को निशाना बनाया। सिडनी एक ऐसा शहर है जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। हर साल लगभग 15 मिलियन पर्यटक सिडनी आते हैं। शहर के खूबसूरत नज़ारों की बात करें तो ब्लू माउंटेंस का ज़िक्र अक्सर होता है। जहाँ पहाड़ आमतौर पर दूर से भूरे, सफेद या हरे रंग के दिखते हैं, वहीं सिडनी के पास के पहाड़ नीले रंग के दिखते हैं।

सिडनी के पहाड़ नीले क्यों हैं?
सिडनी के ब्लू माउंटेंस के नीले दिखने के पीछे एक खास वजह है। यह इलाका यूकेलिप्टस के पेड़ों से भरा हुआ है। पहाड़ों पर लाखों यूकेलिप्टस के पेड़ हवा में तेल के कण छोड़ते हैं। ये कण, सूरज की रोशनी के साथ मिलकर नीली रोशनी बिखेरते हैं। इसका असली कारण विज्ञान में छिपा है। हवा और यूकेलिप्टस का तेल नीली रोशनी को ज़्यादा असरदार तरीके से बिखेरते हैं। पहाड़ दूर से धुंधले और नीले दिखते हैं। ब्लू माउंटेंस सिडनी शहर से काफी दूर हैं। जैसे-जैसे दूरी बढ़ती है, लाल और पीले रंग कम दिखाई देते हैं। नीली रोशनी की वेवलेंथ कम होती है और इसलिए यह ज़्यादा हावी होती है। यही वजह है कि पहाड़ दूर से हमेशा हल्के नीले रंग के दिखते हैं।

नमी और तापमान का असर
ब्लू माउंटेंस के नीले दिखने में नमी और तापमान का भी हाथ होता है। इन पहाड़ी इलाकों में नमी ज़्यादा होती है। यहाँ तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखा जाता है। ये कारक भी रंग की तीव्रता में योगदान करते हैं। ये सब मिलकर एक नीला, धुंधला असर पैदा करते हैं। असल में, अगर आप पहाड़ों को पास से देखेंगे, तो वे नीले नहीं दिखेंगे। पहाड़ या चट्टानें खुद हरे रंग की होती हैं, लेकिन यूकेलिप्टस का तेल, हवा, तापमान और नमी मिलकर पहाड़ों को एक नीला रंग देते हैं जिससे वे दूर से नीले दिखते हैं। ब्लू माउंटेंस को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।

ब्लू माउंटेंस को 2000 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में जोड़ा गया था। इसे आधिकारिक तौर पर ग्रेटर ब्लू माउंटेंस एरिया के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इसे विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के कई कारण हैं। पहला कारण यहाँ पाए जाने वाले यूकेलिप्टस के पेड़ों की विविधता है। दुनिया में यूकेलिप्टस की सभी प्रजातियों का 13 से 14 प्रतिशत इस क्षेत्र में पाया जाता है। इस क्षेत्र को यूकेलिप्टस के पेड़ों के विकास को समझने के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यहाँ 1,000 से ज़्यादा पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इस इलाके में दुर्लभ स्तनधारी, पक्षी और सरीसृप भी रहते हैं। यहाँ कई ऐसे पौधे भी मिले हैं जिन्हें विलुप्त माना जाता था, जैसे कि वोलेमी पाइन, जिसे डायनासोर के समय का पेड़ माना जाता है। ग्रेटर ब्लू माउंटेंस एरिया में 8 नेशनल पार्क शामिल हैं। यह क्षेत्र 10,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।