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हर प्रकार की भोत बाधा और जादू-टोन का काट है मां भगवती स्तोत्र, वीडियो में जानिए इसके चमत्कारी लाभ और विधि 

 

प्राचीन काल से ही भारत में देवी-देवताओं के मंत्रों और स्तोत्रों का महत्व बहुत अधिक रहा है। इन स्तोत्रों के जाप से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति भी मिलती है। इन्हीं में से एक अत्यंत शक्तिशाली और प्रभावी स्तोत्र है माँ भगवती स्तोत्र, जो भूत-प्रेत बाधा, नकारात्मक ऊर्जा और जादू-टोना जैसी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यह स्तोत्र देवी भगवती की महिमा और शक्ति का वर्णन करता है और उच्च शक्ति, सुरक्षा और बचाव के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।

<a href=https://youtube.com/embed/Db7P57Wxgjc?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/Db7P57Wxgjc/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" title="श्री भगवती स्तोत्रम् | जय भगवती देवी नमो वरदे | भगवती स्तोत्र | माँ भगवती स्तोत्र | दुर्गा स्तोत्र" width="696">
माँ भगवती स्तोत्र का महत्व और शक्ति
माँ भगवती स्तोत्र का जाप उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो भूत-प्रेत, तंत्र-मंत्र या जादू-टोने से परेशान हैं। यह स्तोत्र न केवल इन नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने में सक्षम है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता भी लाता है। इस स्तोत्र का नियमित जाप शक्ति की देवी के रूप में पूजी जाने वाली माँ भगवती की शक्ति को जागृत करने का सबसे प्रभावी तरीका है। माँ भगवती स्तोत्र में देवी के शक्तिशाली रूपों का उल्लेख है, जैसे देवी दुर्गा, काली और महाकाली, जो बुराई का नाश करने वाली और सुरक्षा प्रदान करने वाली देवी हैं। इन देवी रूपों की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में शांति का माहौल बनता है।

माँ भगवती स्तोत्र के चमत्कारी लाभ
भूत और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति: माँ भगवती का स्तोत्र भूत और नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा के लिए बेहद कारगर है। यह स्तोत्र उन लोगों के लिए वरदान साबित होता है जो किसी आत्मा या भूत से परेशान हैं। नियमित जाप से ये नकारात्मक शक्तियां खत्म हो जाती हैं और वातावरण शुद्ध हो जाता है।

काले जादू का नाश: कई बार व्यक्ति काले जादू या तंत्र-मंत्र का शिकार हो जाता है, जिससे मानसिक और शारीरिक परेशानियां होती हैं। माँ भगवती स्तोत्र का जाप करने से इन नकारात्मक क्रियाओं का नाश होता है और व्यक्ति को सुरक्षा मिलती है। यह स्तोत्र तंत्र-मंत्र से होने वाले प्रभावों को खत्म करता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है।

सामान्य जीवन में सुधार: माँ भगवती स्तोत्र जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी बेहद कारगर है। यह मानसिक शांति, आंतरिक संतुलन और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। व्यक्ति की सोच और दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाता है और उसे जीवन में सही दिशा दिखाता है।

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: स्तोत्र का जाप करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है। यह मानसिक और शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाने का एक शक्तिशाली उपाय है।

आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि: इस स्तोत्र का जाप करने से व्यक्ति में आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है। यह न केवल आंतरिक शक्ति को जागृत करता है बल्कि बाहरी नकारात्मक ऊर्जा से भी बचाता है। व्यक्ति अपने जीवन में अधिक संतुलित और शक्तिशाली महसूस करता है।

घर में सकारात्मकता का प्रसार: जब घर में किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा होती है, तो माँ भगवती स्तोत्र का जाप करने से घर का वातावरण शुद्ध होता है। इससे घर में शांति, सुख और समृद्धि का माहौल बनता है। यह स्तोत्र घर में किसी भी तरह की समस्या या क्लेश को दूर करने में बेहद कारगर है।

माँ भगवती स्तोत्र का जाप करने की विधि
माँ भगवती स्तोत्र का जाप करने के लिए कुछ सरल लेकिन महत्वपूर्ण विधियों का पालन किया जाना चाहिए:
स्वच्छ स्थान पर जाप करें: सबसे पहले जिस स्थान पर आप स्तोत्र का जाप करने जा रहे हैं, उसे शुद्ध कर लें। वहाँ शांतिपूर्ण वातावरण होना चाहिए और कोई नकारात्मक ऊर्जा नहीं होनी चाहिए।
सकारात्मक दृष्टिकोण से जाप करें: जाप के समय आपका मन सकारात्मक और एकाग्र होना चाहिए। प्रत्येक शब्द को ध्यानपूर्वक और भक्ति के साथ बोलें। माँ भगवती के चरणों में आस्था और विश्वास के साथ जाप करें।
प्रतिदिन जाप करें: यदि आप माँ भगवती स्तोत्र का पूर्ण लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रतिदिन सुबह या शाम को 108 बार जाप करें। यदि समय कम है, तो 21 बार भी जाप किया जा सकता है।
घी का दीपक जलाएं: जाप के दौरान घर में घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। यह दीपक नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
ध्यान और संकल्प के साथ जाप करें: माँ भगवती का जाप करते समय मन में उनकी महिमा का ध्यान करें और अपने जीवन से जुड़ी समस्याओं को हल करने का संकल्प लें।

शुद्ध आसन पर बैठें: जप करते समय शुद्ध आसन पर बैठें। ध्यान रखें कि आपका शरीर सीधा और आरामदायक स्थिति में हो, ताकि आप ध्यान केंद्रित कर सकें।