×

 बचने के लिए परिवार ने अपनाया ऐसा रास्ता जानकर कह उठेंगे भई वाह

 

 आपने फिल्मों और टीवी सीरियल्स में सांपों की अदला-बदली की कहानियां जरूर देखी और सुनी होंगी। इनमें सांप किसी का दुश्मन बन जाता है और उसका पीछा नहीं छोड़ता। लेकिन क्या आपने असल जिंदगी में ऐसा कुछ देखा है? ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना राजस्थान से सामने आई है. दरअसल, राजस्थान के करौली जिले में सांप एक परिवार का दुश्मन बन गया है. यहां एक सप्ताह में एक ही परिवार के 4 सदस्यों को सांप ने डस लिया। इससे दो लोगों की मौत हो गई. उस सांप की वजह से अब पूरा परिवार रेगिस्तान में रहने को मजबूर है। ऐसे में सभी लोग सतकर्ता कर रहे हैं. सांपों को पकड़ने में भी लगे हुए हैं.

घटना करौली जिले के मांची थाना क्षेत्र के डगरिया गांव की बताई जा रही है. यहां 3 दिन पहले नागेंद्र (37) और उनके चार साल के बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। दरअसल, रात में सोते समय उन्हें सांप ने काट लिया था. जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. परिवार अभी इस सदमे से बाहर नहीं आया था कि इसी बुधवार को परिवार में मृतक के भाई और उसके बेटे को भी सांप ने काट लिया. इसके अलावा गांव की एक अन्य महिला अंकिता को भी सांप ने काट लिया है.रिपोर्ट के मुताबिक, 13 अक्टूबर को नागेंद्र (32) और उनका बेटा गर्वित (04) कमरे में बिस्तर पर सो रहे थे। इसी बीच रात करीब दो बजे पिता-पुत्र को सांप ने डस लिया। परिजन अस्पताल पहुंचे जहां बेटे की हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर रैफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जबकि पिता की इलाज के दौरान 14 अक्टूबर को मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुधवार को मृतक का भाई बाबू सिंह घर पर बैठा था। तभी अचानक कहीं से एक सांप उनकी शर्ट में घुस गया. वह घबरा गया और तुरंत अपनी शर्ट उतार दी, लेकिन तब तक सांप ने उसके सीने पर डंक मार दिया था।

इसी बीच सांप को भगाने के दौरान बेटे दीपेंद्र को भी सांप ने डस लिया। सभी घबरा गए, तुरंत उसे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने इलाज शुरू किया. बताया जा रहा है कि इसी बीच गांव में रहने वाली एक अन्य महिला अंकिता को भी सांप ने काट लिया है. उन्हें भी इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि सांप करीब 2.5 फीट लंबा है, जो लोगों को घरों के अंदर ही काट रहा है. पहले दो बार गांव में सर्पदंश से पिता-पुत्र की मौत हो गयी और अब तीन लोगों को काटने की घटना के बाद सभी भय के साये में जीने को मजबूर हैं.