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गर्लफ्रेंड बनी मां तो 3 दिन बाद बॉयफ्रेंड ने किया ब्रेकअप, मांगा DNA टेस्ट, रिजल्ट ने उड़ा दिए होश!

 

रिश्ते भावनाओं की नींव पर टिके होते हैं, जिनमें भरोसा, ईमानदारी, प्यार और सम्मान जैसे मूल तत्व सबसे ज़रूरी होते हैं। जहां ये पहलू खत्म हो जाते हैं, वहां रिश्तों की जड़ें भी धीरे-धीरे सड़ने लगती हैं। कभी-कभी लोग अपनी ज़िम्मेदारियों से बचने के लिए चालाकी और धोखे का सहारा लेते हैं, जिससे न सिर्फ एक रिश्ता टूटता है, बल्कि किसी मासूम की जिंदगी भी प्रभावित होती है। ब्रिटेन में हाल ही में सामने आई एक सच्ची घटना इसी बात का उदाहरण है।

जब बच्चे के जन्म पर टूटा रिश्ता

ब्रिटेन की रहने वाली 31 वर्षीय चेल्सी मिलर ने साल 2022 में एक बेटे लुई को जन्म दिया। ये पल किसी भी मां के लिए बेहद भावुक और खास होता है, लेकिन चेल्सी के लिए ये वक्त बहुत ही तकलीफ भरा साबित हुआ। बेटे के जन्म के केवल तीन दिन बाद ही उनके साथी शेल्डन बी ने रिश्ता खत्म कर लिया और दावा किया कि वो लुई का पिता नहीं है। शेल्डन ने इस आरोप के समर्थन में डीएनए जांच की मांग की और जब रिपोर्ट आई, तो सब चौंक गए। रिपोर्ट में साफ लिखा था कि शेल्डन बच्चे का जैविक पिता नहीं है। यह चेल्सी के लिए बड़ा झटका था क्योंकि उन्हें इस बात का यकीन था कि शेल्डन ही उनके बच्चे का पिता है।

चाइल्ड सपोर्ट से बचने की चालाकी

दरअसल, शेल्डन जानता था कि अगर वह लुई का पिता साबित हो गया, तो उसे लगभग £94,000 (करीब ₹1.25 करोड़) की चाइल्ड सपोर्ट देनी होगी। इसी से बचने के लिए उसने ये साजिश रची थी। उसका मकसद था कि डीएनए रिपोर्ट झूठी आए और उसे कानूनी रूप से ज़िम्मेदार न ठहराया जा सके। चेल्सी ने जब डीएनए रिपोर्ट पर सवाल उठाए, तो कोर्ट ने उनकी भावनाओं के बजाय वैज्ञानिक प्रमाणों को अधिक महत्व दिया। लेकिन चेल्सी ने हार नहीं मानी। उन्होंने फैसला किया कि वो इस झूठ का पर्दाफाश करेंगी।

सच्चाई का खुलासा

चेल्सी ने अपने पूर्व साथी शेल्डन की मां केटी से संपर्क किया और उनसे स्वतंत्र डीएनए जांच के लिए अनुरोध किया। इस टेस्ट के नतीजे चौंकाने वाले थे—लुई, केटी का जैविक पोता निकला। इसका साफ मतलब था कि शेल्डन ही बच्चे का असली पिता है। अब यह साफ हो गया था कि डीएनए रिपोर्ट में कोई न कोई हेरफेर की गई थी। आगे की जांच में पता चला कि शेल्डन ने अपनी आंटी की मदद से एक लैब टेक्नीशियन रॉबर्ट से संपर्क किया था। रॉबर्ट ने शेल्डन के डीएनए की जगह अपना सैंपल जमा किया, जिससे रिपोर्ट फर्जी निकली।

अदालत का फैसला और समाज के लिए संदेश

इस घोटाले का भंडाफोड़ होने के बाद कोर्ट में सुनवाई हुई। शेल्डन ने स्वीकार किया कि उसने जानबूझकर डीएनए रिपोर्ट को झूठा बनवाया था। वहीं, रॉबर्ट ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया। हालांकि यह साबित नहीं हो पाया कि रॉबर्ट को इस काम के बदले कोई आर्थिक फायदा हुआ या नहीं।