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अजमेर शरीफ के तहखाने से लेकर रहस्यमयी दरवाजे तक वीडियो में जाने अजमेर शरीफ दरगाह 7 खौफनाक कहानियां, जो कंपा देती है रूह 

 

राजस्थान के हृदय स्थल अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह न केवल सूफी संतों की आस्था का केंद्र है, बल्कि इसे भारत के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है। यहां लाखों लोग मन्नतें लेकर आते हैं, फूलों की चादर चढ़ाते हैं और दुआ मांगते हैं। लेकिन इस अलौकिक स्थान के पीछे कुछ ऐसे रहस्य और कहानियां हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं - और कई बार ये कहानियां आपको डरा भी देती हैं। आइए जानते हैं अजमेर शरीफ दरगाह से जुड़े कुछ डरावने रहस्यों के बारे में।

<a href=https://youtube.com/embed/uTKl7D7SgZg?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/uTKl7D7SgZg/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" title="Ajmer Sharif Dargah | अजमेर शरीफ दरगाह का इतिहास, वास्तुकला, मान्यता, उर्स और दुनिया की सबसे बड़ी देग" width="695">
1. वो रहस्यमयी दरवाजा जो कभी नहीं खुलता

दरगाह परिसर में एक पुराना दरवाजा है, जिसे सदियों से कभी नहीं खोला गया। ऐसा माना जाता है कि अगर इस दरवाजे को खोला जाए, तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। स्थानीय पुजारियों और खादिमों के अनुसार, इसमें एक रहस्यमयी ऊर्जा है, जो बाहर निकलकर मानव जीवन को नुकसान पहुंचा सकती है। यह दरवाजा आज भी मजबूत लोहे की जंजीरों से बंधा हुआ है।

2. अंदर का 'भूतहा तहखाना'
कुछ पुराने कर्मचारियों और स्थानीय लोगों के अनुसार, दरगाह परिसर के नीचे एक तहखाना है जो अब आम लोगों के लिए बंद है। कहा जाता है कि कई साल पहले एक व्यक्ति रात में गलती से यहाँ पहुँच गया था और अगली सुबह मानसिक रूप से अस्थिर पाया गया था। तब से यह स्थान पूरी तरह से बंद है। ऐसा माना जाता है कि यहाँ कोई अलौकिक शक्ति निवास करती है जो केवल रात में ही जागती है।

3. ख्वाजा साहब की दरगाह में खुदाई के दौरान मिले असामान्य अवशेष
कुछ दस्तावेजों और रिपोर्टों के अनुसार, 19वीं शताब्दी के दौरान दरगाह के एक हिस्से की मरम्मत के दौरान जमीन के नीचे कुछ असामान्य अवशेष मिले थे। जिसमें मानव कंकाल, अजीब मुद्राओं में रखे शव और कुछ अज्ञात प्रतीकों वाले पत्थर मिले थे। हालाँकि प्रशासन ने इस खबर को कभी सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन कुछ पुरानी रिपोर्टों में इसका उल्लेख है।

4. मुराद पूरी न होने पर डरावने सपने
कई श्रद्धालुओं का दावा है कि अगर कोई व्यक्ति दरगाह पर मुराद मांगता है और उसके पूरा होने के बाद चादर चढ़ाने नहीं आता है, तो उसे डरावने सपने आते रहते हैं। कुछ ने यह भी बताया है कि ख्वाजा साहब उनके सपनों में आते हैं और उन्हें वादा याद दिलाते हैं। कई लोग इसी डर से हर साल दरगाह पर लौटते हैं।

5. आत्माओं की आवाजें और अजीब सी गंध
रात में दरगाह परिसर में मौजूद कुछ खादिमों और गार्डों ने दावा किया है कि उन्होंने कई बार आत्माओं की आवाजें सुनी हैं। खास तौर पर उस समय जब परिसर पूरी तरह खाली होता है। साथ ही एक रहस्यमयी खुशबू फैलती है, जो न तो इत्र की होती है और न ही किसी फूल की।

6. सिरहीन परछाई का रहस्य
कुछ स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का मानना ​​है कि रात के अंधेरे में दरगाह की दीवारों पर एक सिरहीन परछाई घूमती है। हालांकि यह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती, लेकिन इसे देखना बहुत डरावना होता है। लोगों का मानना ​​है कि यह किसी बुजुर्ग श्रद्धालु की आत्मा है, जो आज भी ख्वाजा साहब की सेवा कर रहा है।

7. दरगाह पर चढ़ाई गई मन्नत चादर का अचानक गायब हो जाना
ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने दरगाह पर मन्नत चादर चढ़ाई, लेकिन वह चादर कुछ ही देर में रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। बाद में जब उन्होंने प्रशासन से पूछा, तो उस चादर के बारे में किसी को पता नहीं चला। ऐसा माना जाता है कि ख्वाजा साहब खुद एक खास चादर स्वीकार करते हैं।

8. जलते दीयों से निकलती आकृति
दरगाह में हर शाम दीये जलाए जाते हैं, लेकिन कुछ मौकों पर श्रद्धालुओं ने देखा है कि उन दीयों की लौ से एक मानव आकृति की परछाई बनती है। यह परछाई धीरे-धीरे दरगाह के मुख्य मकबरे की ओर बढ़ती दिखाई देती है। यह रहस्य आज भी श्रद्धालुओं और शोधकर्ताओं के लिए पहेली बना हुआ है।

9. भक्ति और भय का अनूठा संगम
अजमेर शरीफ दरगाह जहां एक ओर आस्था का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर यह स्थान कुछ लोगों के लिए अलौकिक अनुभव का केंद्र भी है। यहां आने वाला हर व्यक्ति एक आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करता है - लेकिन कुछ अनुभव भय से भी जुड़े होते हैं। यह स्थान बताता है कि भक्ति के मार्ग पर रहस्य और भय दोनों एक साथ चल सकते हैं।

10. रहस्य आज भी कायम हैं...
आज तक कोई भी इन रहस्यों की पुष्टि नहीं कर पाया है, न ही इन्हें पूरी तरह से खारिज किया जा सका है। दरगाह में मौजूद रहस्यों पर आस्था हावी है और यही वजह है कि हर साल लाखों श्रद्धालु इन रहस्यों से अनजान या शायद जानबूझकर इन्हें अनदेखा करते हुए ख्वाजा साहब की दरगाह पर माथा टेकते हैं।