आखिर क्यों आज भी दुश्मन देशों से लड़ने से पहले भारतीय सेना लेती हैं इस गुरूद्वारे में जीत का आशीर्वाद, वीडियो देख नहीं होगा यकीन
भारत की सेना केवल ताकत और रणनीति पर ही नहीं, बल्कि आस्था और विश्वास की शक्ति पर भी चलती है। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में स्थित गुरुद्वारा बुर्ज सिद्धू ऐसा ही एक अद्भुत स्थान है, जहां देश के सैनिक आज भी हर बड़े अभियान से पहले आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। माना जाता है कि इस पवित्र गुरुद्वारे में शीश नवाकर जीत सुनिश्चित हो जाती है। गुरुद्वारा बुर्ज सिद्धू केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह भारत के जांबाज सैनिकों की आस्था और बलिदान का प्रतीक बन चुका है। देश की सीमाओं की रक्षा करने से पहले भारतीय सेना के जवान यहां आकर मत्था टेकते हैं और माता-पिता का आशीर्वाद लेने जैसा ही इसे पवित्र मानते हैं।
ऐतिहासिक महत्व
गुरुद्वारा बुर्ज सिद्धू का इतिहास देश की आजादी और बाद के युद्धों से गहराई से जुड़ा हुआ है। 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान इस गुरुद्वारे ने हजारों सैनिकों को मानसिक बल और आत्मविश्वास प्रदान किया। उस समय सीमा पर जाने से पहले सैनिक इस पावन स्थान पर आशीर्वाद लेकर निकलते थे। कहते हैं कि 1971 के युद्ध में जब भारतीय सेना ने अद्भुत विजय हासिल की थी, तो कई जवानों ने इसी गुरुद्वारे में माथा टेक कर देश के नाम अपनी जीत समर्पित की थी। तभी से यह परंपरा बन गई कि हर बड़ा ऑपरेशन हो या युद्ध, पहले यहां आशीर्वाद लिया जाता है।
आस्था का प्रतीक
गुरुद्वारा बुर्ज सिद्धू सिर्फ सिख धर्म से जुड़े लोगों का स्थान नहीं है। यहां हिंदू, मुसलमान, ईसाई सभी धर्मों के जवान बिना किसी भेदभाव के आशीर्वाद लेने आते हैं। यह विश्वास है कि जो भी सच्चे मन से यहां प्रार्थना करता है, उसे मनचाही सफलता मिलती है।
सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी भी निजी रूप से इस गुरुद्वारे से जुड़े हुए हैं और हर बार अभियान से पहले यहां नतमस्तक होते हैं।
लंगर और सेवा की अद्भुत परंपरा
गुरुद्वारे में निरंतर लंगर सेवा चलती रहती है, जहां हर वर्ग, हर धर्म का व्यक्ति प्रेमपूर्वक भोजन करता है। खासकर विशेष सैन्य अभियानों के समय पूरे इलाके में सामूहिक प्रार्थनाएं और अरदास होती हैं। स्थानीय लोग सैनिकों के लिए दुआएं मांगते हैं और विजयी होकर लौटने की कामना करते हैं। यहां का वातावरण युद्ध के तनाव को भी शांति में बदल देता है। जवानों को यहां से एक अदृश्य शक्ति और आत्मबल मिलता है, जो उन्हें दुश्मन के सामने डटकर खड़े रहने की ताकत देता है।
वीडियो में देखें अद्भुत नजारा
अगर आप खुद देखना चाहते हैं कि कैसे देश के वीर सैनिक इस गुरुद्वारे से आशीर्वाद लेकर निकलते हैं, तो हमने एक विशेष वीडियो आपके लिए तैयार किया है।
इस वीडियो में आप महसूस कर पाएंगे कि कैसे आस्था, परंपरा और देशभक्ति का संगम भारतीय सेना की ताकत बनता है।